आलू को पाला से बचाने के लिए खेत में करें धुआं
ठंड शुरू हो गई है। मौसम में बदलाव होने से फसलों पर भी असर पड़ता है। इन दिनों किसान फसलों में कीड़े लगने से परेशान हैं। आलू को पाला से बचाने के लिए खेतों में धुआं करें। इससे पाला नहीं लग पाएगा। गेहूं बोआई में देरी हो गई हो तो घबराएं नहीं सब्जियों में कीड़े से कैसे बचाव करें आदि सवालों के जवाब देने के लिए गुरुवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में जिला कृषि रक्षा अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने किसानों को कीटों से बचाने के उपाय बताए साथ ही अच्छी पैदावार के लिए टिप्स भी दिए। प्रस्तुत है सवाल-जवाब..।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : ठंड शुरू हो गई है। मौसम में बदलाव होने से फसलों पर भी असर पड़ता है। इन दिनों किसान फसलों में कीड़े लगने से परेशान हैं। आलू को पाला से बचाने के लिए खेतों में धुआं करें। इससे पाला नहीं लग पाएगा। गेहूं बोआई में देरी हो गई हो तो घबराएं नहीं, सब्जियों में कीड़े से कैसे बचाव करें आदि सवालों के जवाब देने के लिए गुरुवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में जिला कृषि रक्षा अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने किसानों को कीटों से बचाने के उपाय बताए, साथ ही अच्छी पैदावार के लिए टिप्स भी दिए। प्रस्तुत है सवाल-जवाब..। सवाल : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की पांचवीं किश्त कब तक आएगी?
रोहतास, झूंसी, सियाराम, सराय खुर्दमील, फूलपुर।
जवाब : अगले सप्ताह तक आपके खाते में रुपये आ जाएंगे। कोई समस्या हो तो नजदीकी गोदाम में संपर्क करें। सवाल : क्या करें कि आलू की पैदावार अच्छी हो?
राजेंद्र यादव, कुसेहटा, फूलपुर।
जवाब : समय-समय पर देखभाल करें। कीड़े लगने पर तुरंत दो ग्राम मेंकोजेब दवा एक लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। सवाल : गेहूं बोए 20 से 25 दिन हो गए। अच्छी फसल के लिए सिंचाई कब करें? अभी गेहूं की बोआई कर सकते हैं?
पवन कुमार पटेल, हरिहरपुर, करछना, राज बहादुर, सोरांव।
जवाब : सबसे पहले सिंचाई कराएं। जैविक खाद का इस्तेमाल करें। समय-समय पर एनपीके देते रहें। दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक भी गेहूं की बोआई कर सकते हैं। गेहूं की देर से बोआई के लिए कई वेरायटी दुकानों में उपलब्ध है। इसमें एचडी-2985, एचडी-3059, पीबी-16, पीबी-160 वेरायटी की बोआई कर सकते हैं। सवाल : सरसों की पत्तियों पर सफेद दाग हैं। माहू रोग लग रहा है, क्या करें?
गोरे लाल, सहसों, कृष्णमुरारी सिंह, मवैया कला, चाका।
जवाब : यह फफूंद जनित रोग है। डाईथेन एम-45 दवा का छिड़काव कराएं। माहू रोग के लिए दो सौ एमएल डाईमेथेएट दवा 200 से 250 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ में छिड़काव करें। क्लोरपायरीफॉस दवा का भी छिड़काव करा सकते हैं। सवाल : बर्मी कम्पोस्ट कैसे शुरू करूं?
रोहित, मलावा खुर्द।
जवाब : कृषि विभाग की टीम सर्वे करेगी। चयनित होने पर बर्मी कम्पोस्ट के लिए आपको सरकार की ओर से एक साल में छह हजार रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा। सवाल : एक बीघे में बैगन लगाए हैं। अब पत्तियों में कीड़े लग रहे हैं। क्या करें?
जयशंकर, बिसहजन कला, मेजा।
जवाब : जल्द डाइमेथेएट दवा दो ग्राम एक लीटर पानी में मिलाकर पत्तियों में छिड़काव करें। आप 15 लीटर पानी में 30 एमएल दवा मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं। ध्यान रहे, छिड़काव करते समय दवा पत्तियों से जड़ तक पहुंचे। 15-15 दिन में दो बार छिड़काव कराएं। सवाल : चेरी की बुआई कब करें? अंजीर के फल लगते ही गिर रहे हैं। क्या करें?
रागनी अग्रवाल, शिवगढ़, सोरांव, धारा सिंह, हनुमानगंज।
जवाब : आप विकास भवन स्थित जिला उद्यान अधिकारी से संपर्क करें। सवाल : सब्जियों में कीड़े लग रहे हैं। क्या करें?
राम मिलन, शंकरगढ़।
जवाब : सब्जियों को कीड़े से बचाव के लिए रासायनिक दवाओं का छिड़काव करें। आलू में झुलसा रोग से ऐसे करें बचाव
जिला कृषि रक्षा अधिकारी इंद्रजीत यादव ने बताया कि आलू की फसल में झुलसा रोग लगने से पत्तियों में छोटे-छोटे दाग हो रहे हैं। पीलापन भी हो जाता है। आलू बोते समय ही कार्बइडजिम का घोल मिलाकर छिड़काव करें अथवा कापर क्लोराइड का छिड़काव भी कर सकते हैं। जैविक खाद का करें अधिक इस्तेमाल
जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि सब्जियों के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल काफी लाभदायक होता है। फसल की उत्पादकता के साथ मिट्टी की उर्वरा बढ़ेगी। विभाग भी किसानों को जागरूक कर रही है। साथ ही जैविक खाद बनाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। टमाटर के पौधे सूख रहे हैं तो यह करें
टमाटर के पौधों पर धीमक लगने के कारण वह सूख रहे हैं। इसे बचाने के लिए क्लोरफायरीफॉस दवा का छिड़काव करा सकते हैं। एक लीटर दवा एक हेक्टयर में इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही बाकी बचे पौधों का भी ध्यान रखें। उन पर भी छिड़काव कर सूखने से बचा सकते हैं।