Smart City Project प्रयागराज में पुलिस-पब्लिक की गतिविधियां कंट्रोल रूम में होंगी रेकार्ड, यह है तैयारी
Smart City Project प्रयागराज में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगेंगे। पुलिस के वाहनों में एडवांस मोबाइल र्सिवलांस की सुविधा होगी। सिपाहियों अफसरों को बॉडीवार्न कैमरे मिलेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। स्मार्ट होते प्रयागराज शहर में पुलिस को भी स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है। पुलिस के वाहनों में एडवांस मोबाइल सर्विलांस लगाए जाएंगे। साथ ही 300 सिपाहियों और अफसरों को बॉडीवार्न कैमरे भी मुहैया कराए जाएंगे। इन व्यवस्थाओं से किसी अपराधिक घटनास्थल पर पुलिस और पब्लिक की सभी गतिविधियां इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइ ट्रिपल सी) यानी कंट्रोल रूम में रिकार्ड होती रहेंगी। इसका इस्तेमाल अफसर घटना के राजफाश करने में कर सकेंगे। वहीं, पूरे शहर में एक साथ उद्घोषणा के मकसद से 206 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जा रहे हैं।
शहर में ये होंगी व्यवस्थाएं
शहर में मुख्य चौराहों, तिराहों, बस अड्डों समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाने, पुलिस के 43 वाहनों में एडवांस मोबाइल सर्विलांस लगाने और 300 बॉडीवार्न कैमरे मुहैया कराने के लिए अशोका बिल्टकॉम एजेंसी का चयन हुआ है। एजेंसी के विशेषज्ञों की ओर से दो दर्जन से ज्यादा स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जा चुके हैं। अब वाहनों में एडवांस मोबाइल सर्विलांस लगाने का काम भी शुरू हो गया है। इसमें ऑडियो-वीडियो के अलावा लाइव रिकार्डिंग की भी व्यवस्था रहेगी। मोबाइल र्सिवलांस, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और बॉडीवार्न कैमरे आई ट्रिपल सी से सीधे कनेक्ट होंगे। इससे किसी आपात स्थिति में पुलिस और प्रशासनिक अफसर कंट्रोल रूम से ही पूरे शहर को एक साथ संबोधित कर सकेंगे।
लोकेशन भी कंट्रोल रूम में दिखाई देगा
यही नहीं, किसी अपराधिक घटनास्थल पर मोबाइल सर्विलांस युक्त गाड़ी और बॉडीवार्न कैमरे लगे सिपाहियों के पहुंचने पर आसपास का पूरा लोकेशन भी कंट्रोल रूम में दिखाई देगी। इससे अतिरिक्त पुलिस फोर्स आदि की जरूरत होने पर तत्काल उपलब्ध कराई जा सकेगी। पुलिस और पब्लिक की हर गतिविधियां भी रिकार्ड होती रहेंगी।
बोले, नगर निगम के आइटी अफसर
नगर निगम के आइटी अफसर मणिशंकर त्रिपाठी कहते हैं कि 100 डायल गाडि़याें की कनेक्टिविटी अलग है। इसका नियंत्रण लखनऊ से होता है। हालांकि जिन 43 वाहनों में एडवांस मोबाइल र्सिवलांस लगेंगे, उसकी कनेक्टिविटी आइ ट्रिपल सी से रहेगी। इन व्यवस्थाओं से घटनास्थल की हर गतिविधियां रिकार्ड हो सकेंगी।