Smart City Prayagraj: ...अपने खूबसूरत और चमकते शहर में एक सेल्फी तो बनती है
अपने शहर की तकदीर तस्वीर बदल गई। बदलाव के पीछे का मूल है स्मार्ट सिटी योजना। लोगों को ऐसी नई-नई चीजें सुविधाएं सुसज्जित व्यवस्थाएं मिलती जा रही हैं जिसकी पहले कल्पना भी नहीं हुई थी। वह भी लुकी छिपी नहीं सड़क पर दिख रही हैं जिसका चहुंओर लुत्फ है।
प्रयागराज, जेएनएन। किसी भी जिले में विकास के काम लगातार होने वाली प्रक्रिया है। विकास कार्य होते भी रहे हैं देश को अंग्रेजी सरकार से मुक्ति मिलने के बाद और इसके पहले भी। लेकिन ऐसा विकास जिस पर लोग इठलाएं, इतराएं वह कुंभ 2019 के बाद शुरू हुआ तो अब इसे नया जमाना समझकर लोग साथ-साथ दौड़ लगा रहे हैं।
संगमनगरी में बदलाव की यह बयार मौसमी नहीं
अपने शहर की तकदीर, तस्वीर बदल गई। बदलाव के पीछे का मूल है स्मार्ट सिटी योजना। लोगों को ऐसी नई-नई चीजें, सुविधाएं, सुसज्जित व्यवस्थाएं मिलती जा रही हैं जिसकी पहले कल्पना भी नहीं हुई थी। वह भी लुकी छिपी नहीं, सड़क पर दिख रही हैं जिसका चहुंओर लुत्फ है। सेल्फी प्वाइंट से लेकर हाईटेक होते रोड साइड बस स्टैंड तक। सड़क पर आपकी राह आसान करतीं आधुनिक वातानुकुलित सिटी बसें और सेहत का ख्याल रखतीं स्मार्ट साइकिल। संगमनगरी में बदलाव की यह बयार मौसमी नहीं बल्कि विश्वास की उस मजबूत कुर्सी के समान है जिस पर आकर लोग बैठना, कुछ पल सुकून के बिताना पसंद करने लगे हैं। शहर में बदलाव को दर्शाती अमरदीप भट्ट की रिपोर्ट....
चलो एक सेल्फी हो जाए
जिस शहर में बचपन बीता, युवा हुए या उम्र अब पिता, दादा, दादी नानी वाली हो चुकी है वहीं अब चौराहों की रंगीनियत दिखे तो एक पल ठहरना, उसे निहारना और सेल्फी से इस खुशी को मोबाइल फोन में कैद कर लेना स्वाभाविक है। जो वर्षों बाहर किसी दूसरे महानगर या विदेश से अपने शहर लौटे उनकी आंखें भी चौंधियाने लगी हैं। सिविल लाइंस के हनुमान मंदिर चौराहे पर सेल्फी प्वाइंट की शुरुआत हुई तो हालिया दिनों में कानपुर रोड को सिविल लाइंस से जोड़ने वाला स्वामी विवेकानंद चौराहा भी सेल्फी प्वाइंट हो जाता है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत इसे भी सजाया संवारा जा रहा है। सेल्फी प्वाइंट बनने की दौड़ में शामिल होने के लिए यमुना बैंक रोड और नई छावनी का क्षेत्र भी कमर कस रहा है।
हाईटेक होते बस स्टैंड
सड़क किनारे बस स्टैंड की खूबसूरती और वहां मिलने वाली सुविधाएं आपने फिल्मों में ही देखी होंगी। खुशनसीब हैं आप क्योंकि वैसे ही हाईटेक बस स्टैंड आपको आसपास भी मिल रहे हैं। इसकी शुरुआत म्योहाल चौराहा पर बने रोड साइड बस स्टैंड से हो रही है। जहां वाईफाई की सुविधा दी गई है। इसमें एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी जिसमें बसों के आने-जाने के समय, रूट यानी बस के रास्ते प्रदर्शित होंगे। बस आकर रुकने से पहले अगले स्टैंड की ई- जानकारी उसमें बैठे यात्रियों को मिलेगी। स्मार्ट सिटी योजना से नगर निगम सीमा क्षेत्र में ऐसे 90 स्टैंड बनाए जाने हैं।
बाइक शेयरिंग कमाल की
गाड़ियों की भरमार के चलते साइकिलें अब दिखती कहां हैं। इन्हें अब खरीदना भी लोग पसंद नहीं करते। इसका भी विकल्प स्मार्ट सिटी योजना के दिमागदारों ने खोज निकाला। बाइक शेयरिंग के रूप में। प्रमुख चौराहों पर साइकिलें खड़ी इंतजार कर रही हैं आपका। सदस्य बनिए, साइकिल उठाइए, चलाते हुए जाइए, समय का ध्यान रखिए, गंतव्य तक पहुंचने के आसपास बने स्टैंड पर खड़ी कर दीजिए। इस बाइक शेयरिंग का नियंत्रण पूरी तरह से आनलाइन। शहर में 30 स्थानों पर इस तरह के स्टैंड बन चुके हैं और संचालित हैं, 45 अन्य स्थानों पर भी इस तरह के स्टैंड को विकसित करने की योजना प्रस्तावित है।
ओपन एयर जिम, कुर्सियां देखें तो कहीं वाह
पुराने शहर की घनी आबादी को छोड़ दें तो बिजली घर चौराहा से सिविल लाइंस की तरफ, महात्मा गांधी मार्ग, सरदार पटेल मार्ग, नवाब यूसुफ मार्ग, आजाद पार्क के आसपास, बालसन चौराहा और अलोपी बाग के आसपास के इलाके में खूबसूरत नजारा है। चौराहों या तिराहे के भीतर या बाहर ओपन एयर जिम, झूलों पर बच्चे, उनके परिवार सुबह शाम और रात में भी जरूर मिल जाएंगे। जगह-जगह लगी लोहे की आकर्षक कुर्सियों पर सुबह शाम को कुछ समय बिताने की ललक भी जगी है।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम यानी आपका दोस्त
चौराहों पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से आती आवाजें कभी ध्यान से सुनीं क्या। आपको स्वास्थ्य के प्रति सचेत करती विशेषज्ञों और बच्चों की संगीतमयी वाणी, मन को गुनगुनाने पर मजबूर करने वाली मधुर धुनें, यातायात के नियमों से जागरूक करने वाले संदेश और बीमारियों से बचने की सलाह व टिप्स देते संदेश भी इसका हिस्सा बन चुके हैं। कर्तव्य अब आपको भी है कि इन्हें आत्मसात करें तो स्वस्थ रहेंगे, खुशहाल रहेंगे।
निश्चित रूप से प्रयागराज की खूबसूरती को चार चांद लगे हैं। स्मार्ट सिटी योजना के तहत सभी विकास कार्य किए जा रहे हैं। सभी विभागों ने मिलकर काम किया है, योजना में अभी और भी बहुत कुछ है। शहर को स्मार्ट बनाने में जनता का सहयोग जरूरी है। जिस तरह से सहयोग अब तक मिला है, लोग दिल खोलकर सुविधाओं का लुत्फ उठा रहे हैं उसके लिए यही कहते हैं धन्यवाद प्रयागराज।
रवि रंजन, नगर आयुक्त