अरे वाह, महज 50 दिन में बना दिया गंगा पर स्माल और स्मार्ट ब्रिज जिसे देखकर सभी हैं चकित
गंगा पर रेलवे पुल बना रहे रेल विकास निगम लिमिटेड ने निर्माण सामग्री ले जाने के लिए एक छोटा पुल बनाया है। पुल भले अस्थायी बनाया गया है मगर मजबूत इतना कि इससे ट्रकों पर लदे बड़े गार्डर क्रेन पोकलैैंड तक आते-जाते हैैं। इस पुल को देख सभी चकित हैैं
प्रयागराज, जेएनएन। बात हैरानी वाली है मगर कमाल की है। गंगा पर मात्र 50 दिनों में ही 20 पिलर का एक पुल बना दिया गया। यह देख न सिर्फ लोक निर्माण विभाग बल्कि पुल निर्माण में विशेषज्ञता रखने वाले उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के अधिकारी भी चकित हैैं।
पुराने पुल के बगल में बनाया जा रहा है नया रेलवे ब्रिज
गंगा पर दारागंज से झूंसी के लिए पुराना रेलवे ब्रिज है। यह पुल अंग्रेजों के जमाने में बनवाया गया था। पुल का समय अब पूरा हो चुका है। इसलिए इस पुल के पास मेें ही रेल विकास निगम लिमिटेड नया ब्रिज बना रहा है। लगभग एक साल से नया पुल बन रहा है। पुल के निर्माण का लक्ष्य 23 अक्टूबर 2023 है। यह पुल 25 पिलर पर बन रहा है।
अस्थायी पुल भी बेहद मजबूत
इस पुल को बना रहे रेल विकास निगम लिमिटेड ने अपने निर्माण सामग्री को ले जाने के लिए गंगा पर छोटा सा पुल बनाया है। पुल भले ही अस्थायी बनाया गया है मगर मजबूत इतना है कि इससे ट्रकों पर लदे बड़े गार्डर, क्रेन, पोकलैैंड तक आते-जाते हैैं। इस पुल को देख सभी चकित हैैं क्योंकि गंगा की धारा पार करने के लिए गंगा पर हर साल माघ मेला में, कुंभ व महाकुंभ में पांटून पुल बनाए जाते हैैं, जो कम से कम तीन माह में बन पाते हैैं और उनके निर्माण में 70-80 लाख रुपये खर्च होते हैैं। जबकि इस छोटे पुल पर इतनी रकम नहीं खर्च हुई है। रेल विकास निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनय अग्रवाल ने बताया कि काम खत्म होने के बाद अस्थायी छोटे पुल को रखा जाएगा या नहीं यह प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता के बाद तय हो सकेगा।