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संगमनगरी में बुलंद हुआ बेटी बचाओ का नारा बढ़ा लिंगानुपात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन को आगे बढ़ाने में प्रयाग के लोग भी पीछे नहीं हैं। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा अब बुलंद होने लगा है। जिले का बढ़ा लिंगानुपात, शहर की अपेक्षा गांवों में तेजी से सुधार हुआ!

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 12:30 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 12:30 PM (IST)
संगमनगरी में बुलंद हुआ बेटी बचाओ का नारा बढ़ा लिंगानुपात
संगमनगरी में बुलंद हुआ बेटी बचाओ का नारा बढ़ा लिंगानुपात

इलाहाबाद : धर्म और अध्यात्म से पूरी दुनिया को मानवता का संदेश देने वाली संगमनगरी ने बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ को लेकर भी दरियादिली दिखाई है। यहां बेटियों की जनसंख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी पिछले चार वर्षों में सबसे ज्यादा हुई है।

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वर्ष 2011 की जनसंख्या के मुताबिक जिले में 1000 पुरुषों पर 901 महिलाओं का लिंगानुपात था जो अब बढ़कर 1000 पुरुषों पर 902 महिलाएं हो गई हैं। हाल ही में प्रोजेक्टेड जनगणना के आंकड़े में इसकी जानकारी हुई, जिसकी रिपोर्ट भारत सरकार को भेज दी गई है। जल्द ही केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर सेंशस डाटा जारी हो जाएगा। एडीएम प्रशासन विजय शंकर दुबे के मुताबिक, वर्ष 2014 से 2018 के बीच महिलाओं की आबादी में तेजी से वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 और 2018 में सबसे ज्यादा असर दिखा। बताते हैं कि एक से तीन साल की बेटियों की आबादी बढऩे से लिंगानुपात पर असर पड़ा है। खासतौर पर गांवों में ऐसी जागरूकता बढ़ी है कि वहां महिलाओं की आबादी तेजी से बढ़ी है। इसमें हंडिया, फूलपुर और सोरांव तहसीलों क्षेत्रों में महिलाओं की आबादी तेजी से बढ़ी है।

इलाहाबाद में महिलाओं की तादाद में बढ़ोतरी को लेकर लोग कई वजह मानते हैं। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आशीष सक्सेना का कहना है कि बेटियों को लेकर समाज की मानसिकता में बदलाव आया है। इसकी वजह लड़कियां करियर ओरिएंटेड हुई हैं। हर तरह की नौकरियों में लड़कियां जा रही हैं। यहां तक कि आइएएस तक में भी टॉप कर रही हैं। इसीलिए बेटियों की स्वीकार्यता बढ़ गई है।

सरकार की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान ज्यादा प्रभावी रहा। यही वजह है कि जिले में महिलाओं की जनसंख्या बढ़ रही है।

-सुहास एलवाई, जिलाधिकारी

इलाहाबाद की आबादी बढऩे की दर :

वर्ष             वृद्धि (प्रतिशत में)

1951-1961        29.62

1961-1971        19.11

1971-1981        26.11

1981-1991        29.92

1991-2001        23.62

2001-2011        16.74

इलाहाबाद एक नजर में :

आबादी 2011 -595439

आबादी 2018-6311256

पुरुष मतदाता-2421718

महिला मतदाता-1992018

साक्षरता दर-72.32 प्रतिशत

क्षेत्रफल -5481 वर्ग मीटर


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