हॉलैंड हाल घोटाले की एसआइटी जांच से खलबली मची
हॉलैंड हाल घोटाले की एसआइटी जांच कराने का हाईकोर्ट ने आदेश दिया है। इससे खलबली मची है। मामले में बिशप पीटर बलदेव भी आरोपित हैं।
प्रयागराज : विलियम हॉलैंड हाल सोसाइटी के जरिए करोड़ों रुपये गबन करने के मामले में एसआइटी जांच का आदेश होने से खलबली मच गई है। हाईकोर्ट ने एसआइटी से जांच कराकर दो माह में रिपोर्ट देने को कहा है। ऐसे में आरोपों से घिरे सोसाइटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहमे हुए हैं। मामले में डायोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप पीटर बलदेव समेत सोसाइटी से जुड़े तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों पर कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।
भाजपा नेता डॉ. श्याम प्रकाश द्विवेदी ने मुकदमा दर्ज कराया है कि इविवि के हॉस्टल हॉलैंड हाल की सोसाइटी बनाकर सालों तक घोटाला किया गया। इंविंग क्रिश्चियन कॉलेज के 50 लाख रुपये ट्रांसफर कर गबन किया गया। मामले में पीसी सिंह, जनरल सेक्रेटरी एनवान मसीह, डायोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप पीटर बलदेव, मार्विन मैसी, शशि प्रकाश, आइवन मैसी, राजेश जोसफ, अशोक मसीह और अन्य अज्ञात पर फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, गबन आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
आरोप है कि विलियम हॉलैंड युनिवर्सिटी कॉलेज सोसाइटी के तहत फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया। 23 बीघा और बारह बिस्वा जमीन पर हॉलैंड हाल छात्रावास बनाकर इविवि से संबद्ध किया गया। पांच साल के लिए सोसाइटी 10 अक्टूबर 1990 को बनी। जिसका कार्यकाल 1995 तक था। इसके बाद सोसाइटी का चुनाव नहीं हुआ। न तो पदाधिकारी चुने गए न ही नवीनीकरण कराया गया। ऐसे में सोसाइटी अपंजीकृत हो गई। इसके बाद भी कूटरचित दस्तावेजों के जरिए यहां छात्रावास चलाकर करोड़ों रुपये फीस वसूली गई।