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शटल बसों का सामान्य दिनों और स्नान पर्वों पर अलग रूट

रोडवेज की ओर से शटल बसों के रूट निर्धारित किए गए हैं। इसके तहत स्‍नान पर्वों और सामान्‍य दिनों में अलग-अलग रूट है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 12:41 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 12:41 PM (IST)
शटल बसों का सामान्य दिनों और स्नान पर्वों पर अलग रूट
शटल बसों का सामान्य दिनों और स्नान पर्वों पर अलग रूट

प्रयागराज : रोडवेज सामान्य दिनों में 217 शटल बसें चला रहा है। स्नान पर्वों पर 500 बसें चलेंगी। सामान्य दिनों और स्नान पर्व पर शटल बसों का रूट अलग-अलग है। स्नान पर्व पर शास्त्री पुल और नया यमुना पुल पर भीड़ अधिक रहती है, इसलिए रूट अलग है। संगम क्षेत्र से अंदावा और दुर्जनपुर का अस्थाई बस अड्डा दूर है। इसलिए सबसे ज्यादा परेशानी वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़-गोरखपुर जाने वाले श्रद्धालुओं को रही है।

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सामान्य दिनों में शटल बसों का मार्ग

रूट नंबर-1

रूदापुर-बेलाकछार, एमएनएनआइटी-म्योराबाद-लोक सेवा आयोग-सिविल लाइंस बस स्टेशन-सुभाष चौराहा-पत्थर गिरजाघर-सिविल लाइंस थाना-पानी की टंकी-चौफटका-नेहरूपार्क

रूट नंबर-2

दुर्जनपुर-अंदावा-त्रिवेणीपुरम-झूंसी-शास्त्री ब्रिज-जीटी एमजी मार्ग-हर्षवर्धन चौराहा-सीएमपी कालेज-मेडिकल चौराहा-सिविल लाइंस बस अड्डा-सुभाष चौराहा-पत्थर गिरजाघर-सिविल लाइंस थाना-पानी की टंकी-चौफटका-नेहरूपार्क

रूट नंबर-3

संत निरंकारी-अंदावा-त्रिवेणीपुरम-झूंसी-शास्त्री ब्रिज-जीटी एमजी मार्ग-हर्षवर्धन चौराहा-सीएमपी कॉलेज-मेडिकल चौराहा-सिविल लाइंस बस अड्डा-सुभाष चौराहा-पत्थर गिरजाघर-सिविल लाइंस थाना-पानी की टंकी-चौफटका-नेहरू पार्क

रूट नंबर-4

आइटीआइ कालेज- छिवकी रेलवे स्टेशन-लेप्रोसी-नया यमुना पुल-हर्षवर्धन चौराहा-सीएमपी डिग्री कॉलेज-मेडिकल चौराहा-सिविल लाइंस बस अड्डा-सुभाष चौराहा-पत्थर गिरजाघर-सिविल लाइंस थाना-पानी की टंकी-चौफटका-नेहरूपार्क

रूट नंबर-5

लेप्रोसी-नया यमुना पुल-हर्षवर्धन चौराहा-सीएमपी कालेज-मेडिकल चौराहा-सिविल लाइंस बस अड्डा-सुभाष चौराहा-पत्थर गिरजाघर-सिविल लाइंस थाना-पानी की टंकी-चौफटका-नेहरू पार्क

रूट नंबर-6

रूदापुर-बेला कछार-एमएनएनआइटी-म्योराबाद-लोकसेवा आयोग-सिविल लाइंस बस अड्डा-मेडिकल चौराहा-सीएमपी कालेज-हर्षवर्धन चौराहा-जीटी एमजी मार्ग-शास्त्री ब्रिज-झंूसी-त्रिवेणपुरम-अंदावा-दुर्जनपुर

रूट नंबर-7

संत निरंकारी-अंदावा-त्रिवेणीपुरम-झूंसी-शास्त्री ब्रिज-जीटी एमजी मार्ग-हर्षवर्धन चौराहा-सीएमपी डिग्री कॉलेज-मेडिकल चौराहा-सिविल लाइंस बस अड्डा-लोकसेवा आयोग-म्योराबाद-एमएनएनआइटी-बेलाकछार-देवप्रयाग

रूट नंबर-8

रूदापुर-बेलाकछार-एमएनएनआइटी-म्योराबाद-लोकसेवा आयोग-सिविल लाइंस बस अड्डा-मेडिकल चौराहा-सीएमपी कालेज-हर्षवर्धन चौराहा-नया यमुना पुल-लेप्रोसी-छिवकी रेलवे स्टेशन-आइटीआइ कालेज

रूट नंबर-9

दुर्जनपुर-अंदावा-त्रिवेणीपुरम-झूंसी-शास्त्री ब्रिज-जीटी एमजी मार्ग-हर्षवर्धन चौराहा-नया यमुना पुल-लेप्रोसी-छिवकी रेलवे स्टेशन-आइटीआइ कॉलेज

रूट नंबर-10

संत निरंकारी-अंदावा-त्रिवेणीपुरम-झूंसी-शास्त्री ब्रिज-जीटी एमजी मार्ग-हर्षवर्धन चौराहा-नया यमुना पुल-लेप्रोसी-छिवकी रेलवे स्टेशन-आइटीआइ कालेज

पौने चार लाख से अधिक ने किया सफर

मकर संक्रांति पर 500 शटल बसों को नौ रूट पर चलाया गया। बसों ने 5755 चक्कर लगाए। 90333 किलोमीटर दूरी तय की। 3,87,767 श्रद्धालुओं ने शटल बस की फ्री सेवा का लाभ उठाया।

शटल बसों में किराया लेने पर बखेड़ा

'दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ' का देश-दुनिया में प्रचार हो रहा है। श्रद्धालुओं को विभिन्न सुविधाएं देने का बखान हो रहा है। मगर श्रद्धालु संगम नगरी में पहुंचते ही मुश्किलों से जूझने लगते हैं। मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं को 20-20 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। बुधवार को शटल बसों में किराया लिए जाने पर जमकर बखेड़ा हुआ, जबकि प्रशासन ने घोषणा की थी कि 14 से लेकर 16 जनवरी तक शहर में चलने वाली शटल बसों में किराया नहीं लिया जाएगा। प्रथम शाही स्नान पर प्रशासन की बदइंतजामी से श्रद्धालुओं को परेशानी झेलनी पड़ी।

  कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को शहर में एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए शटल बसें चलाई जा रही हैं। सामान्य दिनों में 217 शटल बसें 10 मार्गों पर चल रही हैं। स्नान पर्व पर नौ मार्गों पर 500 शटल बसें चलाई जा रही हैं। प्रथम शाही स्नान पर 14 से 500 शटल बसें चलना शुरू हो गईं। इन्हें 16 जनवरी तक चलना था। तीन दिन शटल बस की सेवा फ्री थी, लेकिन तीसरे दिन बुधवार को जब बसों में किराया वसूला जाने लगा तो श्रद्धालुओं ने विरोध किया। झंूसी, लेप्रोसी अस्थाई बस अड्डे पर चालक-परिचालक और श्रद्धालुओं में नोकझोंक हुई। चालकों और परिचालकों ने श्रद्धालुओं को बताया कि प्रशासन के निर्देश पर किराया लिया जा रहा है तो श्रद्धालुओं ने मन मार कर किराया दिया। यही स्थिति अन्य अस्थाई बस अड्डों पर भी रही। सभी बस अड्डों और मार्गों पर किराया वसूलने को लेकर बखेड़ा हुआ।

क्या कहते हैं रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक

रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. हरिश्चंद्र का कहना है कि प्रशासन के निर्देश पर शटल बसों की सेवा को तीन दिन फ्री किया गया था। उनके निर्देश पर ही बुधवार को किराया लिया गया।


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