व्यापारियों से रंगदारी को लेकर अधिकांश इलाकों में बंद रही दुकानें
प्रतापगढ़ में गुरुवार को व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं। व्यापारियों से लगातार मांगी जा रही रंगदारी व हत्या की घटनाओं से आक्रोशित होकर व्यापार मंडल के आह्वान पर यह कदम उठाया गया। हालांकि कुछ इलाकों में दुकानें खुली रहीं। वहां के व्यापारियों का कहना था कि व्यापार मंडल की ओर से उन्हें जानकारी नहीं है।
इलाहाबाद : पड़ोसी जिले प्रतापगढ़ में गुरुवार को व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं। लगातार व्यापारियों से रंगदारी मागने की घटनाएं बढ़ने व व्यापारियों को गोली मारने की वारदात के विरोध में जिले के सभी जगह व्यापारियों ने जिला व्यापार मंडल के आह्वान पर दुकानें बंद कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जताया।
बता दें कि रंगदारी न देने पर 25 जुलाई को कोहड़ौर के व्यापारी भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस घटना का अभी तक राजफाश नहीं हो सका है। इस बीच अमरगढ़, ढकवा, कोहड़ौर के चार और व्यपारियों से रंगदारी मागी गई। रंगदारी मागने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस की निष्क्रियता के चलते व्यापारियों में आक्रोश है। इसी के विरोध में व्यापार मंडल ने गुरुवार को जिला बंद का आह्वान किया था। इसी के चलते पूरे जिले के बाजार बंद किए गए हैं। कई जगह दुकानें खुली रहीं तो व्यापारियों ने जबरन बंद कराया। जगह-जगह रैली निकालकर व्यापारियों ने नारेबाजी की गई। दोपहर एक बजे उत्तर प्रदेश व्यापार प्रतिनिधिमंडल के महामंत्री रमेश चंद्र अग्रहरि चौक में व्यापारियों के साथ बैठक करेंगे।
मानधाता बाजार में व्यापारियों ने दुकानें बंद रख प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लक्ष्मणपुर बाजार, बिहारगंज बाजार, जगेसरगंज बाजार, रानीगंज कैथोला आदि इलाकों में दुकानें बंद रहने से सन्नाटा पसरा रहा। दूसरी ओर दीवानगंज बाजार में बंद का असर नहीं दिखा। यहां व्यापारियों ने अपनी दुकान खोल रखी हैं। जगेसरगंज बाजार में भी दुकानें रोज की तरह खुली रहीं। व्यापारियों ने बताया कि व्यापार मंडल अध्यक्ष की ओर से दुकानें बंद रखने की सूचना नहीं है।