विसर्जन के दौरान माता के जयघोष से गूंजा श्रृंगवेरपुर घाट
नवदुर्गा की नौ दिनों तक विभिन्न स्वरूपों की पूजा करने के बाद श्रृंगवेरपुर के गऊघाट पर प्रशासन द्वारा बनाए गए तालाब में प्रतिमाओं को विधि-विधान से विसर्जित किया गया। श्रद्धालु जयकारे के बीच अबीर गुलाल उड़ाते घाट पहुंचे। जहां प्रशासन ने गंगा किनारे दूर तक बांस बल्लियों की बैरिकेडिग कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे।
श्रृंगवेरपुर : नवदुर्गा की नौ दिनों तक विभिन्न स्वरूपों की पूजा करने के बाद श्रृंगवेरपुर के गऊघाट पर प्रशासन द्वारा बनाए गए तालाब में प्रतिमाओं को विधि-विधान से विसर्जित किया गया। श्रद्धालु जयकारे के बीच अबीर गुलाल उड़ाते घाट पहुंचे। जहां प्रशासन ने गंगा किनारे दूर तक बांस बल्लियों की बैरिकेडिग कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे।
नवरात्र के शुरू होते ही पूजा पंडालों में दुर्गा मां के साथ सरस्वती, लक्ष्मी, स्वामी काíतकेय और श्रीगणेश की मूíतयों की नौ दिनों तक पूजा उपासना करने के बाद सोमवार को सुबह से ही श्रृंगवेरपुर के गऊघाट पर बनाए गए तालाब में मूíतयों के विसर्जन किए जाने का सिलसिला शुरू हो गया। कोविड-19 के दिशा निर्देश का पालन कराने के लिए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने भीड़ न जुटने पर सख्त दिखे। जहां लालगोपालगंज, बिजलीपुर, पियरी, बांधपुर, कमालपुर, अंधियारी, भगौतीपुर, श्रृंगवेरपुर, पलएं आदि गांवों के श्रद्धालुओं ने घाट पर मूíत विसर्जित किया। घाट से जुड़े सभी संपर्क मार्गों पर दिनभर मूíतयों से लदे वाहनों की धूम रही। जगह-जगह जयकारे और अबीर गुलाल उड़ते रहे। श्रद्धालु ढोल ताशे की धुन पर नाचते गाते माता रानी को नम आंखों से गऊघाट पर विसर्जित कर विदाई दी। घाट के ऊपर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी ने स्टॉल लगाकर गांव और समिति का नाम अंकित करते नजर आए। घाट पर गंगा की अविरल धारा में मूíतयों को विसर्जित न करने के लिए दूर तक गंगा के किनारे बैरिकेडिग की गई थी। जहां पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। श्रृंगवेरपुर के गऊघाट पर सोमवार को वहां सैकड़ों मूíतयां विसर्जित की गईं। वहीं रविवार को भी कुछ मूíतयां विसर्जित की गई थीं। सुरक्षा के मद्देनजर तहसीलदार अजीत सिंह, नवाबगंज इंस्पेक्टर सुरेश सिंह, चौकी प्रभारी श्रृंगवेरपुर धाम अजय सिंह, लालगोपालगंज अधिशासी अधिकारी प्रदीप मिश्रा, राजस्व निरीक्षक कपिल मिश्रा, ग्राम पंचायत अधिकारी सत्येंद्र सिंह, पटना उपरहार ग्राम प्रधान अर्जुन प्रसाद और लेखपाल के साथ पुलिसकर्मी तैनात रहे। इसी दौरान दोपहर बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने श्रृंगवेरपुर के गऊ घाट पर मूíतयों के विसर्जन किए जाने का जायजा लेने पहुंचे। घाट पर तैनात पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को किसी भी प्रकार की लापरवाही न किए जाने का सख्ती से निर्देश दिया। हालांकि घाट पर सोमवार को शांतिपूर्ण ढंग से दर्जनों मूíतयां विसर्जित कर दी गईं।