भेड़ पालकों के लिए अच्छी खबर, प्रयागराज में ऊनी धागा उत्पादन केंद्र से खुलेगा रोजगार का नया द्वार
प्रयागराज के आसपास के जिलों में पशुपालन के साथ ही भेड़ पालन तमाम ग्रामीणों का पैतृक व्यवसाय है। पीढ़ी दर पीढ़ी यह काम करते आ रहे लोगों के सामने इसे जारी रखने का संकट था। तमाम लोगों ने इस काम को बंद भी कर दिया था।
जेएनएन, प्रयागराज। प्रयागराज शहर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में शुरू होने जा रहा ऊनी धागा उत्पादन केंद्र भेड़ पालकों के लिए रोजगार का नया द्वार खोलेगा। यहां पर उनकी उनकी भेड़ का ऊन बिक सकेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। प्रदेश का यह पहला ऊनी धागा उत्पादन केंद्र होगा। इसे बनाने के लिए बजट का इंतजार है। बजट मिलते ही करीब दो साल में उसे तैयार कर दिया जाएगा।
प्रयागराज में भेड़ पालन ग्रामीणों का पैतृक व्यवसाय है
प्रयागराज के आसपास के जिलों में पशुपालन के साथ ही भेड़ पालन तमाम ग्रामीणों का पैतृक व्यवसाय है। पीढ़ी दर पीढ़ी यह काम करते आ रहे लोगों के सामने इसे जारी रखने का संकट था। तमाम लोगों ने इस काम को बंद भी कर दिया था। जो लोग अभी भी इस काम में लगे हुए हैं वह भेड़ों का ऊन नहीं बेच पाते थे। भेड़ों से निकलने वाला ऊन खराब हो जाता था। भेड़ पालक बकरी की तरह भेड़ों को भी मांस के लिए बेंच देते है।
चारागाह न होने से भेड़ पालन में कमी
वहीं गांव-गांव चारागाह न होने से भी भेड़ पालन में कमी आ रही है। अब ऊनी धागा उत्पादन केंद्र खुलने से भेड़ पालकों को उम्मीद की नई किरण दिखी है। उनके धंधे में यह बड़ा मददगार साबित होगा। इस काम को बंद करने की सोच रहे भेड़ पालक फिर से इसे बढ़ाएंगे।
बोले, भेड़ एवं ऊन विकास के तकनीकी अधिकारी
भेड़ एवं ऊन विकास के तकनीकी अधिकारी डॉक्टर भारत भूषण यादव ने बताया कि कटहुला के निकट गांजा गांव में ऊनी धागा उत्पादन केंद्र बनाने की तैयारी पूरी है जमीन का चयन हो चुका है। इसके निर्माण के लिए करीब चार करोड़ का बजट शासन से मांगा गया है। वह बजट मिलते हैं काम शुरू हो जाएगा। इसको लेकर किसानों में खासा उत्साह है इसके जरिए तमाम लोगों को रोजगार मिलेगा।