सात हजार रुपये के चक्कर में साथियों ने ई रिक्शा चालक की कर दी हत्या
तीन सितंबर को हुई ई रिक्शा चालक विजय प्रकाश की हत्या के दो आरोपित पुलिस गिरफ्त में आ गए। उन्होंने बताया कि सात हजार रुपये उधार के चलते दोस्त की हत्या की थी।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शिवकुटी पुलिस ने तीन सितंबर को हुई ई रिक्शा चालक विजय प्रकाश पाल की हत्या से पर्दा उठा दिया। सात हजार रुपये के लेनदेन में साथियों ने ही विजय को मार डाला था। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त चाकू और अन्य सामान बरामद कर लिया है। पकड़े गए अभिषेक पाल उर्फ मनीष पुत्र जानी पाल निवासी चैथम लाइन और दूसरा गौरव गौड़ उर्फ गोलू पुत्र शारदा प्रसाद निवासी शुक्ला मार्केट, कर्नलगंज ने जुर्म कबूल लिया है।
सोमवार को पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी नितिन तिवारी ने वारदात से पर्दा उठाते हुए बताया कि विजय प्रकाश पाल शिवकुटी का रहने वाला था। वह ई रिक्शा चलाता था। तीन सितंबर को बदमाशों ने उसकी हत्या कर लाश फाफामऊ क्षेत्र में फेंक दी थी। शिवकुटी थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज थी। ई रिक्शा कंपनीबाग के पास मिला था। पकड़े गए आरोपित अभिषेक का कहना है कि विजय को कुछ पैसों की जरूरत थी। उसने सात हजार रुपये उधार लिए। जल्द ही पैसा लौटाने को कहा था। काफी समय बीतने के बाद भी रुपये लौटने में आनाकानी करने लगा। विवाद बढ़ने पर आरोपितों ने उसकी हत्या की योजना बनाई।
घटना वाले दिन गौरव को फोन कर बुलाया। दोनों ने शराब पी और विजय को फोन कर बुला लिया। उसे फाफामऊ ले गए और झाड़ियों में ले जाकर चाकू से वारकर व लोहे के राड से पीटकर उसकी हत्या कर दी। जांच में जुटे सीओ कर्नलगंज आलोक मिश्र और शिवकुटी थाना प्रभारी ने हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल, ई रिक्शा की बैटरी, मृतक का आधार कार्ड व एक मोटर साइकिल और फोन बरामद किया है।
सीओ आलोक मिश्र के मुताबिक यह ब्लाइंड मर्डर था। ई रिक्शा बरामदगी के बाद पुलिस ने दर्जनों लोगों से पूछताछ की। कॉल डिटेल निकाली तो कुछ सुराग मिला।