Seven Deaths to Poisonous Liquor Case : अब प्रयागराज की पुलिस और आबकारी विभाग में टकराव की नौबत
Seven Deaths to Poisonous Liquor Case पुलिस का कहना है कि घटना के बाद मौके पर पहुंची आबकारी की टीम ने अमिलिया गांव स्थित संगीता जायसवाल की दुकान से शराब का सैंपल लिया। इसके बाद उसे आबकारी विभाग में ही जांच के लिए भेजा गया।
प्रयागराज, जेएनएन। फूलपुर में जहरीली शराब से हुई सात लोगों की मौत को लेकर अब पुलिस और आबकारी विभाग में टकराव की नौबत आ गई है। एक तरफ जहां पुलिस देशी शराब के सैंपल की जांच कराने के लिए नए तरीके पर विचार कर रही है, वहीं दूसरी तरफ आबकारी विभाग अभी जांच का हवाला देते हुए पुलिस के कदम को उचित नहीं ठहरा रहा है। इसको लेकर उहापोह की स्थिति बन गई है।
दरअसल पुलिस अमिलिया व वरुणा गांव स्थित दोनों शराब दुकान का नमूना लेकर उसकी जांच विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ से कराने की बात कह रही है। इसके लिए फूलपुर पुलिस ने तैयारी भी शुरू कर दी है। इस संबंध में डीएम को रिपोर्ट भी जल्द ही भेजी जाएगी। पुलिस का कहना है कि घटना के बाद मौके पर पहुंची आबकारी की टीम ने अमिलिया गांव स्थित संगीता जायसवाल की दुकान से शराब का सैंपल लिया। इसके बाद उसे आबकारी विभाग में ही जांच के लिए भेजा गया।
जांच में पता चला है कि विंडीज और धमाका ब्रांड की देशी शराब दुकान में मिथाइल नहीं पाया गया है। आबकारी विभाग के इस दावे पर पुलिस को पूरा यकीन नहीं है। पुलिस का यह भी दावा है कि हताहत लोगों और ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला है कि अमिलिया गांव के अलावा वरुणा गांव स्थित दुकान से भी देसी शराब खरीदकर कुछ लोगों ने सेवन किया था। इसके बाद ही कई लोगों की हालत बिगड़ी। इसी आधार पर अब दुकानों से शराब का सैंपल लेकर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजने की तैयारी की जा रही है। इसी मसले पर अब आबकारी व पुलिस में टकराव की स्थिति देखने को मिल रही है।