दो मुंहा सांप की तस्करी करने वाले गिरोह का सरगना समेत सात गिरफ्तार
शंकरगढ़ पुलिस ने कपारी मोड़ के पास से दो मुंहा सांपों की तस्करी गिरोह का राजफाश किया। सरगना समेत गिरोह के सात सदस्यों को दबोचा गया। पुलिस ने सांपों के साथ वाहन बरामद हुआ।
प्रयागराज : दो मुंहा सांपों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। शंकरगढ़ पुलिस ने सरगना शाबिर अंसारी समेत गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से प्रतिबंधित दो मुंहा सांप, वजन करने वाली मशीन और टवेरा बरामद किया गया है। सांप को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है।
काफी दिनों से इस प्रजाति की तस्करी हो रही थी
शनिवार शाम अभियुक्तों को पुलिस लाइन सभागार में पेश किया गया। एसएसपी अतुल शर्मा, एसपी यमुनापार दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि शंकरगढ़ के कपारी गांव में सपेरों की बस्ती है। इस इलाके में विलुप्त हो रहे वन्यजीव व सांप मिलते हैं। कैंसर की दवा के लिए दो मुंहा सांप का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ शातिर शख्स काफी दिनों से इसकी तस्करी कर रहे थे। इसकी जानकारी होने पर थानाध्यक्ष शंकरगढ़ भुवनेश चौबे ने एसआइ उपेंद्र प्रताप की टीम के साथ गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया।
टवेरा सवार तस्करों को शंकरगढ़ से पुलिस ने पकड़ा
शनिवार सुबह कपारी मोड़ के पास से एक टवेरा में सवार युवकों को घेरकर पकड़ लिया गया। गिरफ्त में आया सरगना शाबिर अंसारी कुशीनगर जिले के तूरपट्टी थाना क्षेत्र के जंगल घोरठ गांव का रहने वाला है। वह गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के कमालपुर निवासी राजेश कुमार व शंकरगढ़ के बृजेशनाथ, नन्हींनाथ, धूमनगंज के संजय सिंह, आशुतोष कुशवाहा और सोरांव के वाहन चालक अजीत मौर्या के साथ तस्करी करता था। एसपी यमुनापार का दावा है कि भारत में यह सांप 50 लाख का और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करोड़ों रुपये में बिकता है।