हालैंड हॉल घोटाला मामले में एसआइटी का गठन, आरोपितों में खलबली
एसपी के नेतृत्व में एसआइटी जांच को प्रयागराज आएगी। वह हालैंड हॉल घोटाला मामले में जांच करेगी। इससे आरोपितों में खलबली मची है।
प्रयागराज : हालैंड हाल हॉस्टल की सोसाइटी बनाकर करोड़ों का घोटाला करने, इंविंग क्रिश्चियन कालेज के 50 लाख रुपये ट्रांसफर कर गबन के मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन कर दिया गया है। अब एसआइटी जांच के लिए प्रयागराज आएगी। मामले में डायोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप समेत मिशनरी सोसाइटी से जुड़े तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों पर आरोप है। कर्नलगंज थाने में इसका मुकदमा दर्ज है।
भाजपा नेता की तहरीर पर दर्ज है केस
भाजपा नेता श्याम प्रकाश द्विवेदी की तहरीर पर पीसी सिंह, जनरल सेक्रेटरी एनवान मसीह, डायोसिस आफ लखनऊ के बिशप पीटर बलदेव, मार्विन मैसी, शशि प्रकाश, आइवन मैसी, राजेश जोसफ, अशोक मसीह और अज्ञात पर फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, गबन आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि विलियम हॉलैंड युनिवर्सिटी कालेज सोसाइटी के तहत फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया। 23 बीघा और बारह बिस्वा जमीन पर हॉलैंड हाल छात्रावास बनाकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबद्ध किया गया।
पांच साल के लिए सोसाइटी बनाई गई थी
पांच साल के लिए सोसाइटी 10 अक्टूबर 1990 को बनी। कार्यकाल 1995 तक था। इसके बाद समय से सोसाइटी का चुनाव नहीं हुआ। न तो पदाधिकारी चुने गए, न ही नवीनीकरण कराया गया। ऐसे में सोसाइटी अपंजीकृत हो गई। बाद में कूटरचित दस्तावेजों के जरिए यहां छात्रावास चलाकर करोड़ों रुपये फीस वसूली गई।
मामला उच्च न्यायालय तक गया तो एसआइटी जांच का आदेश हुआ।
बिशप ने सीएम से मुलाकात कर एसआइटी गठन की मांग रखी थी
लखनऊ के बिशप जॉन अगेस्ट्रीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर एसआइटी गठित करने की मांग की थी। वे एसआइटी के डीआइजी बीडी शुक्ला से भी मिले। इसके बाद एसपी स्मृता मिश्र के नेतृत्व में इंस्पेक्टर आरएन द्विवेदी को जांच सौंप दी गई। यहां आकर कर्नलगंज थाने से एसआइटी एफआइआर की कापी समेत अन्य दस्तावेज लेगी।