कोरोना संकट में बंद हुए स्कूल आज से खुल रहे, महज 20 प्रतिशत अभिभावकों की मिली अनुमति
विद्यार्थियों को अभिभावकों से अनुमतिपत्र भी लाने के लिए कहा गया है। अभी 20 प्रतिशत से भी कम अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति दी है। फिलहाल ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी। विद्यालय आने वाले विद्यार्थियों को भी समुचित रूप से पढ़ाया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना संकट शुरू होेने पर मार्च से बंद सभी शैक्षिक बोर्ड के स्कूल कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए सोमवार से खोले जा रहे हैं। इसके मद्देनजर रविवार को भी तमाम स्कूल प्रबंधन तैयारियों में जुटे रहे। एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, बृज बिहारी सहाय इंटर कॉलेज, श्री नारायण आश्रम बालिका इंटर कॉलेज, श्री नारायण पब्लिक स्कूल व इलाहाबाद इंटर कॉलेज में पूरे दिन सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया चलती रही। कोविड-19 से बचाव के लिए जगह जगह पोस्टर भी लगाए जाते रहे। स्कूलों ने संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजर, साबुन से हाथ धुलने के लिए भी इंतजाम किए हैं।
सात महीने से बंद हैं सभी स्कूल
इलाहाबाद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य एसपी तिवारी ने बताया कि करीब सात महीने बाद स्कूल खोलने का निर्देश मिला है। उसी क्रम में रविवार को स्कूल को स्थानीय सभासद की मदद से सैनिटाइज कराया गया। विद्यार्थियों को अभिभावकों से अनुमतिपत्र भी लाने के लिए कहा गया है। अभी 20 प्रतिशत से भी कम अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति दी है। फिलहाल ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी। विद्यालय आने वाले विद्यार्थियों को भी समुचित रूप से पढ़ाया जाएगा। इसी क्रम में ईश्वर शरण इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ऋषि देवी त्रिपाठी ने बताया कि निर्देशों के अनुसार विद्यालय खुलेगा। विद्यार्थियों के आने के पहले और उनके जाने के बाद प्रतिदिन सैनिटाइजेशन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। छात्रों से अभिभावकों से अनुमति पत्र भी लाने को कहा जाएगा।
स्कूलों का अफसर करेंगे निरीक्षण
स्कूलों के खोलने को लेकर शासन गंभीर है। विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी बोर्डों के स्कूल अनिवार्य रूप से खोले जाएं और उनमें पठन पाठन भी शुरू कराएं। अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ल ने जिलेवार अधिकारियों को स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी है। प्रयागराज के स्कूलों के निरीक्षण का दायित्व अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक महेंद्र देव को दिया गया है। निर्देशों में कहा गया है कि सभी अधिकारी रविवार शाम को ही अपने जिलों में पहुंच जाएं। स्कूलों के साथ ही माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित पुस्तकालयों का भी निरीक्षण अफसरों को करना है।