फफूंद लगी गाजर से बना रहे थे प्रयागराज के एक कारखाना में सॉस, रद होगा लाइसेंस
गाजर में फफूंद लगी थी खाद्य रंग का प्रयोग आवश्यकता अधिक मात्रा में हो रहा था। कर्मचारी प्रशिक्षित नहीं थे उनके पास कोई तकनीकी डिग्री नहीं थी। वहां से चार सामग्रियों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए। सहायक आयुक्त ने बताया कि गाजर को नष्ट कर दिया गया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। किसी नामी ब्रांडेड कंपनी की बजाए अगर आप स्थानीय ब्रांड के टोमैटो सॉस, चिली सॉस, सोया सॉस या विनेगर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसकी खरीद से पहले यह खबर आपको भी ठिठका देगी। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा संजय कुमार पांडेय ने सोमवार को पड़िला कस्बे के समीप जैतवार डीह गांव में संचालित फर्म पर छापा मारा तो वहां फफूंद लगी गाजर मिली और सॉस बनाने में ऐसे कर्मचारी लगे मिले जिनके पास कोई तकनीकी प्रशिक्षण या अनुभव नहीं था। नमूना जांच के लिए भेजा गया है, उसकी रिपोर्ट गुणवत्ता में खराबी वाली आई तो फर्म का लाइसेंस रद हो सकता है।
संजय कुमार पांडेय ने बताया कि वे अपने एक अधीनस्थ अधिकारी के साथ गोपनीय सूचना के आधार पर गद्दोपुर पहुंचे। पता चला था वहां एक फर्म विभिन्न तरह के सॉस बनाती है। बताए गए स्थान पर पहुंचे तो पता चला कि फर्म का लाइसेंस यहीं का है लेकिन वह कारखाना बंद है। कारखाना जैतवार डीह में चल रहा था। सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जैतवार डीह में जाकर निरीक्षण किया तो काफी कुछ गड़बड़ मिला। कारखाना परिसर में वेज सॉस, चिली सॉस, सोया सॉस, विनेगर और तीन कंटेनर में 240 किलोग्राम गाजर आदि सामग्री रखी थी।
गाजर में फफूंद लगी थी, खाद्य रंग का प्रयोग आवश्यकता से अधिक मात्रा में हो रहा था। कर्मचारी प्रशिक्षित नहीं थे और उनके पास कोई तकनीकी डिग्री भी नहीं थी। वहां से चार सामग्रियों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए। सहायक आयुक्त ने बताया कि गाजर को नष्ट कर दिया गया। अन्य बरामद सामग्री का अनुमानित मूल्य 168489 रुपये है। उपरोक्त कार्यवाही के समय फर्म संचालक मौजूद रहे। विभागीय अभिहित अधिकारी ममता चौधरी भी टीम के साथ उपस्थित रहीं।