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वीरेंद्र हत्याकांड : संतोष ने ही बनाया था हत्या का प्लान

वीरेंद्र की हत्‍या का प्‍लान संतोष ने ही बनाया था। पुलिस ने उसकी मां को पकड़ लिया। इसके लिए अयोध्‍या से शूटर बुलाए गए थे। पुलिस शूटरों की तलाश कर रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 09:22 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 06:30 AM (IST)
वीरेंद्र हत्याकांड : संतोष ने ही बनाया था हत्या का प्लान
वीरेंद्र हत्याकांड : संतोष ने ही बनाया था हत्या का प्लान

प्रयागराज : शेरडीह निवासी वीरेंद्र उर्फ करिया यादव की गोली मारकर हत्या का प्लान संतोष यादव ने ही तैयार किया था। योजना बनाने में संतोष का चाचा रामतीरथ और बहनोई राम नरेश भी शामिल थे। कत्ल के लिए अयोध्या से भाड़े पर शार्प शूटर बुलाए गए थे। पुलिस टीम शूटरों की तलाश कर रही है। वीरेंद्र की हत्या में नामजद आरोपित संतोष की मां सरस्वती देवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। सरस्वती शेरडीह गांव की प्रधान है। उस पर भी साजिश रचने का आरोप है।

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 एसएसपी नितिन तिवारी ने सरस्वती को मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि पुरानी रंजिश में वीरेंद्र की हत्या की गई है और प्लान संतोष ने तैयार किया था। 25 अक्टूबर को झूंसी में विशाल नामक युवक पर फायङ्क्षरग की गई थी, जिसमें संतोष नामजद हुआ था। इससे पहले ब्लॉक प्रमुख रंजीत उर्फ टाइगर पर हुए हमले के आरोप में भी संतोष पर एफआइआर हुई थी। उस समय संतोष ने योजना बनाई और फिर कर्नलगंज थाने में दर्ज पांच साल पुराने मुकदमे में जमानत तोड़वाकर जेल चला गया। पैरोकार कर्नलगंज थाने का होने के कारण झूंसी थाने की पुलिस को जानकारी नहीं हो सकी। अब संतोष को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी तो शूटर व अन्य लोगों के बारे में पता चल सकेगा।

 उधर, हत्याकांड में नामजद अभियुक्त आशीष यादव, सुनील यादव, राम नरेश और रामतीरथ की तलाश में झूंसी पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने दबिश दी, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। बता दें कि रविवार शाम शेरडीह में वीरेंद्र उर्फ करिया की गोली मारकर हत्या की गई थी।

नैनी जेल का खंगाला जा रहा कनेक्शन :

शूटरों की तलाश में जुटी पुलिस टीम को पता चला है नैनी जेल में बंद एक शार्प शूटर से मिलने के लिए कुछ युवक पहुंचे थे। मिलाई करने वाले शख्स हत्या से ठीक एक दिन पहले जेल गए थे। पुलिस सूत्रों का दावा है कि संतोष के जेल जाने के बाद शूटर ने अपने साथियों को शेरडीह भेजकर वारदात को अंजाम दिया। ऐसे में पुलिस अब 15 से 18 नवंबर के बीच नैनी जेल चौकी का सीसीटीवी फुटेज देखेगी, ताकि संदिग्ध युवकों के बारे में जानकारी मिल सके। सूत्रों का यह भी कहना है कि सर्विलांस टीम को एक नंबर हाथ लगा है, जो जेल के भीतर से चल रहा है।

आरोपित के मामा दारोगा की जांच शुरू :

डायल-100 में तैनात एक दारोगा की जांच भी पुलिस ने गोपनीय ढंग से शुरू कर दी है। दारोगा, आरोपित संतोष का मामा बताया जा रहा है। हत्याकांड में उसकी संलिप्तता की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है। दरअसल, सोमवार को पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के परिजनों ने पुलिस से दारोगा की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि संतोष की आपराधिक गतिविधियों को दारोगा संरक्षण देता है। कुछ सिपाहियों पर भी संतोष के घर आने-जाने का आरोप लगाया था।


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