Sanskarshala: प्रयागराज पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने कहा- सोशल मीडिया पर भाषा की शिष्टता जरूरी
प्रयागराज पब्लिक स्कूल में संस्कारशाला का आयोजन हुआ। छात्र-छात्राएं समाचार पत्र में प्रकाशित कहानी सोशल मीडिया के बहस के संस्कार का वाचन किया। छात्रों ने एक राय से माना कि फेसबुक ट्विटर वाट्सएप जैसे माध्यमों से जो सूचनाएं या तथ्य प्रसारित होते हैं वह कई बार भ्रामक होते हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज पब्लिक स्कूल में दैनिक जागरण की तरफ से संस्कारशाला का आयोजन किया गया। इसमें छात्र-छात्राएं उत्साह के साथ शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अनावश्यक बहस समय और ऊर्जा की बर्बादी है। विद्यार्थियों को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि इस दिशा में गंभीरता से विचार करते हुए कार्य करें तो हम अपना स्क्रीन समय भी जरूर घटा लेंगे।
सोशल मीडिया के बहस के संस्कार पर बोले विद्यार्थी : छात्र-छात्राएं समाचार पत्र में प्रकाशित कहानी सोशल मीडिया के बहस के संस्कार का वाचन कर रहे थे। छात्रों ने एक राय से माना कि फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप जैसे माध्यमों से जो सूचनाएं या तथ्य प्रसारित होते हैं वह कई बार भ्रामक होते हैं। इनका भली प्रकार सत्यापन करने के बाद ही आगे बढ़ाना चाहिए। उन बिंदुओं को लेकिर किसी से बहस करना भी ठीक नहीं है। हम जब भी किसी बात पर विमर्श करें तो भाषा की मर्यादा जरूरी है। क्या चर्चा के लिए उपयुक्त है क्या नहीं इसका भी विचार अवश्य करना चाहिए। निरर्थक विषयों को बहस का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। छात्रों को यह भी कोशिश करनी चाहिए कि सोशल मीडिया का अनावश्यक प्रयोग न करें।
प्रधानाचार्य ने आयोजन को सराहनीय बताया : स्कूल के प्रधानाचार्य डा. एमएम पांडेय बोले कि दैनिक जागरण का यह आयोजन सराहनीय है। इस विमर्श से बच्चे स्वयं सजग होंगे। इससे इंटरनेट मीडिया का दुरुपयोग रुकेगा। इसके जरिए भावी पीढ़ी में खुद को जागरूक कर रही है।
संस्कारशाला के सकारात्मक नतीजे निकलनेंगे : स्कूल के शिक्षक राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि कोरोना काल में सभी का स्क्रीन टाइम बढ़ गया है। इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। संस्कारशाला के माध्यम से इस दिशा में विचार करने के लिए सभी को प्रेरित किया जा रहा है। इसके सकारात्मक नतीजे भी जरूर मिलेंगे।
विद्यार्थियों को शिष्टता का ध्यान सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर रखें : शिक्षक मंजूलता शुक्ला बोलीं कि इंटरनेट मीडिया पर तमाम विद्यार्थी जरूरत से अधिक समय दे रहे हैं। वह भ्रामक सूचनाओं के भी शिकार हो रहे हैं। कई बार गलत तथ्यों और जानकारियों के साथ वे बहस करते हैं। जो घातक है। विद्यार्थियों को शिष्टता का ध्यान सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर रखना चाहिए।