श्रृंगवेरपुर में संजय हत्याकांड को सोशल मीडिया पर गर्माने की हो रही मुहिम Prayagraj News
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा कि पत्नी के सामने ही दलित युवक की हत्या कर दी गई। उसने इसके लिए सवर्णोंं को आरोपित किया है। कई अन्य ने इस घटना पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
प्रयागराज, जेएनएन। श्रृंगवेरपुर में हुए संजय सरोज हत्याकांड से इलाके में आक्रोश है तो इसे सोशल मीडिया पर गर्माने की कोशिश भी शुरू हुई है। ट्विटर और फेसबुक पर इस हत्याकांड की बात पोस्ट कर बताया जा रहा है कि सवर्ण ने अनुसूचित जाति के युवक का कत्ल किया है।
ट्विटर पर एक यूजर ने बसपा सुप्रीमो मायावती व पीएमओ को भी टैग किया
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा है कि पत्नी के सामने ही एक दलित युवक की हत्या कर दी गई। उसने इसके लिए सवर्णोंं को आरोपित करते हुए भीम आर्मी चीफ, डॉ. उदितराज, बसपा सुप्रीमो मायावती, वामन सी मेश्राम के साथ ही पीएमओ को भी टैग किया है। योगी सरकार के खिलाफ नारा भी लिखा है। ऐसे ही कई अन्य लोगों ने इस घटना पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। हालांकि नवाबगंज पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे लकड़ी चोरी का झगड़ा था। दलित या सवर्ण को लेकर कत्ल नहीं हुआ है। इलाके में शांति के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया है।
एक आरोपित गिरफ्तार, बाकी की तलाश में दबिश
नवाबगंज थाना क्षेत्र के श्रृंगवेरपुर घाट पर हुई संजय की हत्या के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है। वहीं, सोमवार शाम पोस्टमार्टम के बाद शव घर लाए जाने पर स्वजन और ग्रामीण मुआवजा और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। उन्होंने शव की अंत्येष्टि से भी इन्कार कर दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने मृतक के स्वजन को सरकारी मदद देने और शीघ्र ही सभी आरोपितों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।
कैसे हुई थी संजय की हत्या
श्रृंगवेरपुर धाम निवासी राम आधार सरोज का पुत्र संजय सरोज (28) रविवार की रात लगभग नौ बजे कछार में अपने खेत की सिंचाई के बाद घर लौट रहा था। रास्ते में घाट के पास कुछ लोगों के साथ अलाव ताप रहे थे। यह देखकर वह भी वहां बैठ गया। आरोप है कि तभी वहां रमाकांत पांडेय उर्फ पप्पू अपने पुत्र देवेश के साथ आया। गाली देते हुए आरोप लगाया कि उसकी टाल से लकड़ी चोरी कर आग तापी जा रही है। कहासुनी होने पर पप्पू ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से संजय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद पप्पू अपने पुत्र देïवेश के साथ भाग गया, जबकि उसके करीबी सुरेश पंडा को लोगों ने घेरकर जमकर पीटा। मारे गए संजय की पत्नी अंजली की तहरीर पर पप्पू पांडेय, देवेश पांडेय, सुरेश पंडा, रामू पांडेय के खिलाफ नवाबगंज थाने में कत्ल का केस लिखा गया। रामू को पुलिस ने पकड़ लिया है।
रास्ताजाम की आशंका से सीओ फोर्स के साथ रहे मौजूद, लोगों को समझाया
हत्या से लोगों में आक्रोश और रास्ताजाम की आशंका के चलते सीओ सोरांव अमित श्रीवास्तव और नवाबगंज थाना प्रभारी सुरेश सिंह पुलिस बल के साथ श्रृंगवेरपुर में मुस्तैद रहे। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार शाम को पुलिस पहरे के बीच एंबुलेंस में संजय का शव गांव लाया गया तो पत्नी समेत परिवार की अन्य महिलाएं रोने-बिलखने लगीं। ग्रामीणों ने तीन दिन के भीतर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इसके बाद एसडीएम सोरांव अनिल चतुर्वेदी वहां पहुंचे। ग्रामीणों की मांग के मुताबिक पीडि़त परिवार को डेढ़ बीघा कृषि भूमि पट्टा, बीस लाख रुपये की आर्थिक मदद, आवास, दुर्घटना पारिवारिक लाभ और एससी/एसटी के तहत आठ लाख रुपये मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद संजय के शव का श्रृंगवेरपुर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
बेसहारा हो गए चार बच्चे, पत्नी और मां
संजय की मौत से उसके स्वजन बड़ी मुसीबत से घिर गए हैं। कुछ साल पहले उसके पिता रामआधार का देहांत हो गया था। फिर संजय के बड़े भाई किशन लाल सरोज की भी बीमारी से मौत हो गई थी। साल भर बाद ही भाभी रेखा का भी निधन हो गया था। ऐसे में अब संजय ही परिवार का सहारा था। भाई की बेटी खुशी (12) और पुत्र ओम (9) की भी जिम्मेदारी उस पर थी। एक झटके में परिवार बेसहारा हो गया है। पत्नी अंजली, सात साल की बेटी तन्नी, पांच वर्ष का पुत्र वीरे और भाई के दो बच्चों का पालन पोषण करने वाला अब कोई नहीं है।