Move to Jagran APP

अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाएंगे संघ और विहिप कार्यकर्ता, घर-घर पहुंचेगी टोली

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य तो शुरू हो गया है लेकिन उसमें कुल कितनी धनराशि खर्च होगी अभी उसका बजट ट्रस्ट ने नहीं तैयार किया है। ट्रस्ट ने जनभागीदारी से मंदिर निर्माण कराने की योजना बनाई है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 08:51 AM (IST)
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाएंगे संघ और विहिप कार्यकर्ता, घर-घर पहुंचेगी टोली
अयोध्या में शुरू हुए प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण की दिव्यता और भव्यता का संबल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बनेगा।

प्रयागराज, जेएनएन। वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में शुरू हुए प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण की दिव्यता और भव्यता का संबल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बनेगा। संघ सूत्रों का कहना है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को मंदिर निर्माण में आवश्यकता पड़ने वाली निधि संग्रह के लिए स्वयंसेवकों को लगाया जाएगा। साथ ही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी कंधे से कंधा मिलाकर मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह में जुटेंगे। योजना बन रही है कि स्वयंसेवकों और विहिप कार्यकर्ताओं की टोलियां घर-घर संपर्क कर निधि संग्रह करेंगी। उन्हें दस करोड़ परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य दिया जाएगा। संघ का मत है कि श्रीराम मंदिर निर्माण जनभागीदारी से हो।

loksabha election banner

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य तो शुरू हो गया है, लेकिन उसमें कुल कितनी धनराशि खर्च होगी अभी उसका बजट ट्रस्ट ने नहीं तैयार किया है। ट्रस्ट ने जनभागीदारी से मंदिर निर्माण कराने की योजना बनाई है। इसके मद्देनजर मंदिर निर्माण का अनुमानित बजट और धन संग्रह की रूपरेखा जल्द तैयार कर ली जाएगी। उसी अनुरूप अभियान चलाया जााएगा।

अयोध्या में 67.3 एकड़ परिसर में 2.7 एकड़ भूखंड पर बनने वाले मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। तीन तल के मंदिर की शिखर सहित कुल ऊंचाई 161 फीट होगी। श्रीराम मंदिर को ऐसा भव्य बनाया जाना है जिसकी दिव्यता की चहुंओर चर्चा हो। इसके लिए बड़ी धनराशि की आवश्यकता होगी। इसके संग्रह में व्यापक जनभागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में संघ ने योजना बनाई है।

सूत्रों के अनुसार प्रस्ताव है कि निधि संग्रह में लगाए जाने वाले स्वयंसेवक और विहिप कार्यकर्ता टोलियों में निकलकर घर-घर संपर्क करेंगे। एक आह्वान पत्र भी देशभर में भेजा जाएगा जिसका प्रकाशन हिंदी और अंग्रेजी के साथ ही विभिन्न राज्यों की स्थानीय भाषा में भी हो सकता है। धन संग्रह की मॉनीटरिंग केंद्रीय स्तर पर होगी जिसके लिए सभी केंद्र प्रतिदिन साफ्टवेयर पर विवरण अपडेट करेंगे।

ऑनलाइन समर्पण के लिए एप लांचिंग की दिशा में भी विचार किया जा रहा है। प्रतिदिन की संग्रहित राशि, चेक व डीडी आदि को अगले दिन निकट की एसबीआइ की शाखा में ट्रस्ट के खाते में जमा कराया जाना अनिवार्य रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार धन संग्रह अभियान 15 जनवरी से 27 फरवरी तक देशभर में चलेगा। कहा जा रहा है कि 24 नवंबर को संघ और ट्रस्ट के बीच होने जा रही बैठक के बाद निधि संग्रह अभियान की घोषणा की जा सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.