माघ मेला में साधु संतों ने भक्तों संग लगाई संगम डुबकी, शिविर में किया जनकल्याण के लिए अनुष्ठान
माघी पूर्णिमा पर मेला क्षेत्र में प्रवास करने वाले संतों ने अपने भक्तों के साथ स्नान किया। जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने भक्तों के साथ संगम में स्नान किया। स्नान के बाद त्रिवेणी मार्ग स्थित अपने शिविर में आकर जनकल्याण के लिए अनुष्ठान किया।
प्रयागराज, जेएनएन। माघी पूर्णिमा पर मेला क्षेत्र में प्रवास करने वाले संतों ने अपने भक्तों के साथ स्नान किया। जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने भक्तों के साथ संगम में स्नान किया। स्नान के बाद त्रिवेणी मार्ग स्थित अपने शिविर में आकर जनकल्याण के लिए अनुष्ठान किया। खाकचौक के महामंडलेश्वर सीताराम दास, महामंडलेश्वर संतोष दास 'सतुआ बाबा, महंत रामकृष्ण कोल्हूनाथ, महामंडलेश्वर कपिलदेव 'नागा, महंत रामसंतोष दास, महंत गोपाल दास, स्वामी रामतीर्थ दास, स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी, दंडी संन्यासी परिषद के संरक्षक जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम, अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम, जगद्गुरु स्वामी घनश्यामाचार्य सहित अन्य महात्माओं ने संगम व गंगा में स्नान करने के बाद शिविर में आकर पूजन किया।
देवरहा बालक बाबा ने संतों की कराई सेवा
संगम लोवर मार्ग स्थित देवरहा बालक बाबा के शिविर में शनिवार को विशाल अन्नक्षेत्र चलाया गया। इसमें हजारों संतों व श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। शिविर के संचालक मार्कंडेय सिंह 'मुन्नाÓ के नेतृत्व में संतों का अभिनंदन करके उन्हें प्रसाद ग्रहण कराया गया। यह अन्नक्षेत्र मकर संक्रांति को शुरू हुआ था। प्रतिदिन सुबह पांच से आठ बजे तक बालभोग और उसके बाद देर रात तक विशाल अन्नक्षेत्र चलाया गया।
ओम नम: शिवाय संस्थान की ओर से मेला क्षेत्र के 10 स्थान पर भंडारा चलाकर भक्तों व संतों को प्रसाद ग्रहण कराया गया। दंडी स्वामीनगर में अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के प्रवक्ता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने भंडारा चलाकर संतों व कल्पवासियों को भोजन कराया। जगद्गुरु स्वामी घनश्यामाचार्य ने भंडारा चलाकर हजारों लोगों को भोजन कराया।
सख्त रही सुरक्षा व्यवस्था
माघी पूॢणमा पर माघ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी रही। जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात रहे। हर आने-जाने वाले पर नजर रखी गई। इसके अलावा शहर में भी चौराहों पर स्नानार्थियों की भीड़ की वजह से यातायात बाधित न हो, इसके लिए भी ट्रैफिक विभाग के पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।