महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीनाथ चव्हाण पर बिफरे संत Prayagraj News
भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि पृथ्वीनाथ चव्हाण और इन जैसे कांग्रेस के अन्य नेताओं को दूसरे धर्म की संपत्तियां भी देखनी चाहिए।
प्रयागराज,जेएनएन। कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीनाथ चव्हाण के उस ट्वीट पर संत महात्माओं ने घोर आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मठ मंदिरों का सोना बैंक में जमा कर उसके बदले कर्ज लेकर कोरोना से हो रहे संघर्ष में लगाया जाए।
धर्म विशेष पर इस तरह की टिप्पणी निंदनीय
श्रीराम जन्म भूमि निर्माण क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने पृथ्वीनाथ चव्हाण के ट्वीट की निंदा की है। कहा कि धर्म विशेष पर इस तरह की बातें शोभा नहीं देतीं। कहा कि मंदिरों में खजाने नहीं हैं। जो है वो देवी देवताओं का श्रृंगार ही है। पूछा कि क्या देवी देवताओं के श्रृंगार को उतार लेना चाहिए। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि पृथ्वीनाथ चव्हाण और इन जैसे कांग्रेस के अन्य नेताओं को दूसरे धर्म की संपत्तियां भी देखनी चाहिए। जूना अखाड़ा के संरक्षक महंत हरिगिरि ने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीनाथ चव्हाण को संविधान का ज्ञान नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें सद्बुद्धि दें। कहा कि कांग्रेस की दुर्दशा का कारण उनकी पार्टी के नेता ही हैं। वह केवल हिंदू धर्म के संत महात्माओं को कमजोर कर रहे हैं, बाकी धर्मों की संपत्तियां भी उन्हें देखनी चाहिए।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए डिप्टी सीएम ने डाक्टरों का पूछा हाल
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को प्रयागराज के डाक्टरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वार्ता की। उन्होंने कोरोना से लडऩे के लिए उनके सुझाव लिए और आश्वस्त किया कि उनके सुझाव से सार्थक व सकारात्मक समाधान निकलेगा। उन्होंने आइएमए की अध्यक्ष राधारानी घोष, नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित सक्सेना, डॉ. अनिल शुक्ला, डॉ. नीरा, डॉ. आलोक मिश्रा, डॉ. वीबी अग्रवाल, डॉ. सचिन, डॉ.एसके राय आयुर्वेदाचार्य, ज्योति अग्रवाल, आरके कादरी, आरके वर्मा, डॉ. प्रकाश खेतान आदि से वार्ता करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव लिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में करोना वारियर्स का विशेष योगदान है। सरकार आपके साथ है। आप मरीजों की सेवा करें।