Pratapgarh के सदर विधायक को अपनी जान पर सता रहा खतरा, डीजीपी से मिलकर की सुरक्षा की फरियाद
अपना दल (एस) के सदर विधायक राजकुमार पाल के चाचा रामपाल (45) राजगीर थे। वह रविवार को देर शाम काम करने के बाद बाइक पर घर लौट रहे थे। गांव में ही बाइक सवार दो अज्ञात लोगों ने कनपटी पर गोली मारकर रामपाल की हत्या कर दी गई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ सदर विधायक राजकुमार पाल के चाचा की हत्या के मामले में चार दिन बाद भी बदमाश पकड़े नहीं जा सके हैं। पुलिस की पांच टीमें लगी हैं। पुलिस दावे पर दावे करती जा रही है। उधर, विधायक अपने चाचा की हत्या के बाद से डरे-सहमे हैं और उन्हें अब अपनी भी जान का खतरा मंडराने लगा है। डीजीपी से मिलकर उन्होंने सुरक्षा दिलाने की गुहार लगाई है। उन्होंने इस मसले पर सीएम से भी मिलने के लिए लखनऊ में डेरा जमा रखा है।
चाचा की हत्या के बाद से लखनऊ में हैं विधायक
नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे ईश्वरनाथ गांव के रहने वाले अपना दल (एस) के सदर विधायक राजकुमार पाल के चाचा रामपाल (45) राजगीर थे। वह रविवार को देर शाम काम करने के बाद बाइक पर घर लौट रहे थे। गांव में ही बाइक सवार दो अज्ञात लोगों ने कनपटी पर गोली मारकर रामपाल की हत्या कर दी गई थी। इस घटना में पुलिस अब तक आधा दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद छोड़ चुकी है। इस बीच मंगलवार को विधायक राजकुमार पाल लखनऊ पहुंच गए। बुधवार को उन्होंने डीजीपी एचसी अवस्थी से मुलाकात की। उनसे हत्याकांड के राजफाश का अनुरोध किया। उन्होंने डीजीपी से कहा पुलिस बदमाशों को अब तक नहीं पकड़ पाई। ऐसे में हत्यारे अब तक खुला घूम रहे हैं। ये अपराधी उनकी भी हत्या कर सकते हैं। उन्हें कड़ी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। डीजीपी ने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें हर तरह की सुरक्षा उपलब्ध करायी जाएगी। हत्यारे जल्द ही गिरफ्तार होंगे। इसके अलावा विधायक ने सीएम आवास में मुख्यमंत्री से मिलने के लिए अर्जी भी दे रखी है, हालांकि मुख्यमंत्री की पं. बंगाल में चुनाव की व्यस्तता के कारण अब तक विधायक की मुलाकात नहीं हो सकी है। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों ने विधायक को जल्द मिलाने का आश्वासन दिया है। वह मुख्यमंत्री से मिलने के बाद ही अपने गृह जनपद लौटेंगे।