किन्नर अखाड़ा ने शाही अंदाज में निकाली देवत्व यात्रा, गवाह बने हजारों शहरी
किन्नर अखाड़ा की पेशवाई शाही अंदाज में निकली। जगह-जगह देवत्व यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
प्रयागराज : कुंभ मेला में किन्नर अखाड़े की देवत्य यात्रा रविवार को उत्साह और उल्लास के साथ निकाली गई। देवत्व यात्रा प्रयागराज शहर के मार्गों के दोनों मौजूद लोगों ने किन्नर संन्यासियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया। हर आयु वर्ग के लोगों में किन्नर संन्यासियों की झलक पाने के लिए उत्सुकता थी।
रामभवन चौराहे से पूजन-अर्चन के बाद शुरू हुई देवत्व यात्रा
किन्नर संन्यासियों की देवत्व यात्रा सुबह नौ बजे रामभवन से रवाना हुई। कोठा पारचा, बाई का बाग, रामबाग, बैरहना से अलोपीबाग तक देवत्व यात्रा पहुंच गई है। अलोपीबाग में पूजन और अर्चन के बाद यात्रा दारागंज की ओर आगे बढ़ गई है। दारागंज से होते हुए सेक्टर 12 में पहुंचेगी। इसमें दिल्ली, राजस्थान, हैदराबाद, केरल आदि से किन्नर सन्यांसी शामिल हैं।
देवत्व यात्रा देखने उमड़ी लोगों की भीड़
किन्नर अखाड़े की देवत्व यात्रा जब बैरहना से निकली तो लोग किन्नर संन्यासियों की एक झलक पाने के लिए उत्सुक अधिक दिखे। मार्गों के दोनों ओर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने किन्नर संन्यासियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया। रथ व ऊंटों पर बैठे किन्नर संन्यासियों की शोभा निराली थी।
हाथ में तलवार और ऊंट की सवारी
किन्नर अखाड़े के आचार्य पीठाधीश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी सज-धजकर ऊंट पर सवार थे। हाथ में तलवार लेकर ऊंट पर निकले तो उनका स्वरूप देखते ही बन रहा था। देवत्व यात्रा में सड़क पर खड़े लोगों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।