बैंकों में लाभ बढ़ाने के तरीकों में सीएमए की भूमिका अहम
मुख्य अतिथि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सहायक महाप्रबंधक अरविंद कुमार गुप्ता ने बैंकों द्वारा गुणवत्तापरक सेवाएं प्राप्त करने के उपाय बताए।
प्रयागराज : इलाहाबाद चैप्टर ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट की ओर से बुधवार को सिविल लाइंस स्थित एक होटल में 'बैंकिंग क्षेत्र में लागत एवं प्रबंधन लेखाकार की भूमिका' पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें पारदर्शी बैंकिंग में कॉस्ट एवं मैनेजमेंट एकाउंटेंट (सीएमए) की भूमिका अहम बताई गई। इस दौरान वक्ताओं ने विचार रखे।
मुख्य अतिथि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सहायक महाप्रबंधक अरविंद कुमार गुप्ता ने बैंकों द्वारा गुणवत्तापरक सेवाएं प्राप्त करने के उपाय बताए। कहा कि अर्थव्यवस्था की रीढ़ होने के नाते बैंक, लागत और प्रबंधन ऑडिटर (सीएमए) पारदर्शी एवं समर्पित सेवाएं दें। उन्होंने बताया कि यह समय की मांग है। मुख्य वक्ता सीएमए एसएम अनवर हसन ने बढ़ते हुए एनपीए को रोकने और बैंकों में लाभ बढ़ाने के तरीकों में सीएमए की भूमिका को अहम बताया। संस्था के अध्यक्ष इंद्रसेन सिंह ने कम लागत एवं समय के अंदर बैंकों द्वारा ग्राहकों को दी जाने वाली सेवाओं के बारे में बताया।
विशेषज्ञ डॉ. पवन जायसवाल ने बैंकों की कार्य प्रणाली में पारदर्शिता कैसे आए, बैंकों को ग्राहक से बेहतर तरीके से जुड़ने के लिए कार्य गुणवत्ता में सुधार के लिए सीएमए की सेवा लेने पर जोर दिया। इस दौरान बैंकों में लाभ बढ़ाने के तरीकों में सीएमए की भूमिका को अहम बताया गया। कार्यक्रम के दौरान सीएमए नरेश मखीजा, अमित रौतेला, नरेश गुप्ता, आइए खान, एके प्रसाद ने भी विचार रखे। अतिथियों का स्वागत सीएमए डॉ. रामकुमार मिश्रा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सचिव अशोक कुमार ने दिया। इस अवसर पर विवेक जायसवाल, शिशिर, अमित श्रीवास्तव, मुहम्मद अब्बास, नवीन चंद्र आदि लोग मौजूद थे।