बारिश में बह गईं इलाहाबाद की 500 करोड़ की सड़कें
रविवार और सोमवार को सुबह तेज बारिश के बाद सड़कों के पैचलेस अभियान की पोल खुल गई, इन सड़कों पर डाले गए गिट्टी डामर दो दिन की बारिश भी नहीं झेल पाए और बह गए।
इलाहाबाद (जागरण संवाददाता)। सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के क्षेत्र इलाहाबाद में सड़कों के पैचलेस अभियान को लेकर जिले के अफसरों ने बड़ी-बड़ी बातें की थी। 100 फीसद काम पूरा होने का ढिंढोरा भी पीटा गया लेकिन रविवार और सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश में पोल खुल गई।
ऐसा अनुमान है कि जिले में दो दिनों की हुई बारिश में 500 करोड़ से अधिक की सड़कों का जनाजा निकल गया। वहीं लगभग 20 करोड़ से अधिक के पैचलैस अभियान भी मिट्टी में मिल गया। विभाग के अफसर अब लकीर पीट रहे हैं।
पिछले दो महीने से जिले में गड्ढामुक्त सड़कों का अभियान चल रहा था। रविवार और सोमवार को सुबह तेज बारिश के बाद सड़कों के पैचलेस अभियान की पोल खुल गई। इन सड़कों पर डाले गए गिट्टी डामर दो दिन की तेज बारिश भी नहीं झेल पाए और बह गए। इससे साबित होता है कि जिला प्रशासन सड़कों का पैचलेस अभियान कागजों में दौड़ाता रहा।
स्मार्ट सिटी बनने जा रहे इलाहाबाद शहर में दो दिनों की बारिश में ही 100 से अधिक स्थानों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। इतना ही नही, कहीं-कहीं तो सड़क धंसने के कारण वाहनों के फंस जाने तक की घटनाएं भी हुईं।
यह भी पढ़ें: इलाहाबाद में मामूली विवाद पर चाकू से गोदकर किशोर की हत्या
सड़कों को पैचलेस करने का यह था लक्ष्य: प्रदेश में योगी सरकार बनने के 20 दिन बाद शहर की खस्ताहाल सड़कों के कायाकल्प करने की कवायद चली थी। इस कवायद में शहर की 26 सड़कों को चुना गया था। यह तय किया गया था कि 15 जून तक सभी सड़कों को पैचलेस किया जाएगा। काम भी शुरु किया गया। बाद में कार्य पूरा करने की तिथि बढ़ा दी गई थी।
यह भी पढ़ें: जीएसटी की वजह से प्रदेश में महंगा होगा पेट्रोल और डीजल