प्रतापगढ़ : फरार पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर एक लाख का इनाम, जानिए क्यों तलाश रही पुलिस
अब तक सभापति उसके भाई सुभाष और भांजे चंदन किसी को भी पकड़ नहीं पाई है जबकि क्राइम ब्रांच समेत तीन-चार टीमें छापेमारी का दावा कर रही हैं।
प्रतापगढ़,जेएनएन। जिले के आसपुर देवसरा ब्लाक का पूर्व ब्लाक प्रमुख सभापति यादव और उसका भाई अब एक लाख के इनामी हो गए हैं। दोनों पर इनाम की धनराशि गृह सचिव की संस्तुति पर एडीजी प्रयागराज ने बढ़ा दी है। छह अगस्त को मुजाही गांव में मारपीट के मामले में जांच को पहुंची पुलिस पार्टी पर सभापति पक्ष के लोगों ने हमला कर दिया था। इस मामले में सभापति, उसका भाई सुभाष यादव सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज हुआ। तब से पुलिस दोनों को खोज रही है।
भांजे चंदन यादव को भी तलाश रही है पुलिस
सबसे पहले इन दोनों पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पंद्रह दिन बाद इसे बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया है। अब तक दोनों को पुलिस नहीं पकड़ सकी है। गुरुवार को एडीजी प्रयागराज ने सभापति और सुभाष पर घोषित इनाम की राशि बढ़ाकर एक-एक लाख किए जाने का सरकारी आदेश जारी किया। इस पूरे मामले में तब गर्माहट आ गई थी। जब सभापति के भांजे चंदन यादव ने दस दिन पहले उसके घर बिनैका आकर बवाली बयान दे दिया। उसने कहा कि अगर मामा यानि सभापति को परेशान किया गया, उनको कुछ हुआ तो मैं मोती सिंह का एनकाउंटर कर दूंगा। यह वीडियो वायरल होने पर शासन तक मामला गूंज गया। इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी और सक्रिय हो गई। हालांकि अब तक सभापति, उसके भाई सुभाष और भांजे चंदन किसी को भी पकड़ नहीं पाई है, जबकि क्राइम ब्रांच समेत तीन-चार टीमें छापेमारी का दावा कर रही हैं।
सभापति की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के टॉप टेन अपराधी व एक लाख के इनामी बदमाश सभापति यादव की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती भी बन गई है। वहीं कुछ संगठनों द्वारा सभापति के पक्ष में आने से मामला राजनीतिक मोड़ भी ले रहा है। एक तरफ पुलिस सभापति की तलाश के लिए दर-दर की खाक छान रही है। वहीं सभापति फेसबुक पर सक्रिय है। वह लोगों से अपनी बात को बड़ी ही चालाकी से रख रहा है और लोगों की सहानुभूति जुटा रहा है। कुछ यादव समाज से जुड़े संगठन भी उसके पक्ष में हैं। वहीं पुलिस का दावा है कि वह आसपास के जिलों में दबिश दे चुके हैं, सभापति कहीं नहीं मिला। उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है।