गोल्डन बाबा समेत सात का शांतिभंग में चालान, दारागंज व झूंसी में दर्ज था केस
गोल्डन बाबा और अनुयायियों को केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने पकड़ लिया था। शांतिभंग में चालान करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। मुचलके पर छोड़े गए।
जासं, प्रयागराज : गोल्डन बाबा समेत सात लोगों का कुंभ मेला की कोतवाली पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में चालान किया। सभी को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से मुचलके पर छोड़ दिया गया। गोल्डन बाबा उर्फ सुधीर मक्कड़ उर्फ बिट्टू दिल्ली के गांधी नगर के निवासी हैं।
गोल्डेन बाबा व छह अनुयायियों को पकड़ा था
गोल्डन बाबा और उनके छह अनुयायियों को शनिवार देर रात कुंभ पुलिस ने कीडगंज के यमुना बैंक रोड से पकड़ा था। इसके बाद सभी को दारागंज थाने ले जाया गया था। कुछ ही देर में तमाम संत थाने पहुंच गए तो बवाल की आशंका पर बाबा सहित अन्य को कुंभ मेले के कोतवाली थाने पहुंचाया गया। पुलिस अधिकारी बाबा और अनुयायियों से घंटों पूछताछ करते रहे। इंस्पेक्टर कोतवाली अंजनी राय का कहना है कि गोल्डन बाबा समेत सात लोगों को चालान करके कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें मुचलके पर छोड़ा गया है।
क्या था मामला
छह जनवरी को सिपाही सतीश कुमार ने दारागंज थाने में गोल्डन बाबा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप है कि सतीश जब बतौर गनर बाबा की सुरक्षा में तैनात थे, तब उन्हें वह अपने साथ जबरन प्रयागराज से गाजियाबाद ले गए। वहां से दूसरे राज्य में नहीं जाने पर चोरी के आरोप में फंसाने व जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद मुंडेरा निवासी संत गौतम गिरि ने नौ जनवरी को झूंसी थाने में गोल्डन बाबा व सोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि वह कुंभ मेला क्षेत्र स्थित मंडलेश्वर नगर से जूना अखाड़ा की ओर जा रहे थे, तभी शास्त्री पुल पर गोल्डन बाबा अपने साथियों के साथ मिल गए। वह गाली-गलौज करते हुए धमकी देते हुए साथी सोनू को बुला लिया। सोनू ने अंगौछे से गला कस दिया। चोट के कोई निशान नहीं मिलने पर झूंसी पुलिस ने गाली-गलौज व धमकी के आरोप में मुकदमा लिखा था। इन्ही मामलों में पूछताछ के लिए गोल्डन बाबा की तलाश पुलिस कर रही थी।