GST: प्रयागराज के कारोबारियों को राहत, इनवाइस दिखाने के लिए नहीं जाना होगा कार्यालय
वस्तु एवं सेवाकर के तहत पंजीकृत व्यापारियों का अब सारा विवरण आनलाइन हो गया है। व्यापार संबंधी इनवाइस भी पोर्टल से आनलाइन जारी होता है। सारा विवरण संबंधित विभागों के पास भी रहता है लेकिन पहले किसी भी प्रकरण में अधिकारी व्यापारियों को इनवाइस दिखाने के लिए बुलाते थे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। किसी भी प्रकरण में इनवाइस दिखाने के लिए व्यापारियों को अब जीएसटी से संबंधित दफ्तर में नहीं जाना होगा। अधिकारी संबंधित व्यापारी की इनवाइस जीएसटी पोर्टल से देखा करेंगे। मामले में जीएसटी काउंसिल द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
व्यापारियों ने कहा, यह भी एक बड़ी राहत
वस्तु एवं सेवाकर के तहत पंजीकृत व्यापारियों का अब सारा विवरण आनलाइन हो गया है। व्यापार संबंधी इनवाइस भी पोर्टल से आनलाइन ही जारी होता है। ऐसे में सारा विवरण संबंधित विभागों के पास भी रहता है लेकिन, पहले किसी भी प्रकरण में अधिकारी व्यापारियों को इनवाइस दिखाने के लिए बुलाते थे। व्यापारी संगठनों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था। संगठनों द्वारा जीएसटी काउंसिल से यह मांग लगातार हो रही थी कि जो दस्तावेज विभाग के पास आनलाइन उपलब्ध है, उसके लिए व्यापारियों को फिजिकली क्यों बुलाया जाता है। सीमेंट आदि से जुड़े कारोबारियों को हजारों इनवाइस लेकर अधिकारियों के पास आना-जाना होता था। संगठनों की मांग पर काउंसिल द्वारा निर्णय लिया गया कि व्यापारियों को फिजिकली इनवाइस अधिकारियों को दिखाने की जरूरत नहीं है। वह पोर्टल से इनवाइस देखा करेंगे। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति के संयोजक संतोष पनामा का कहना है कि इससे व्यापारियों को बहुत राहत होगी। उन्हें इनवाइस लेकर अधिकारियों के पास नहीं जाना पड़ेगा।
किसानों को तहसील पर ही मिलेगा फसल बीमा
प्रयागराज : किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में बर्बादी होने पर बीमा के लिए किसानों को भाग दौड़ करने की जरूरत नहीं होगी। अब उन्हें उनके तहसील मुख्यालय पर ही मदद मिलेगी। कृषि विभाग प्रत्येक तहसील पर एक बीमा हेल्प डेस्क स्थापित कर रहा है। यहीं पर किसानों की बीमा से संबंधित सभी तरह की समस्याओं का हल करना है। इसके लिए एक टाेल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। विभाग की ओर से सभी हेल्प डेस्क का मोबाइल नंबर और ईमेल भी जारी किया गया है। जिस पर किसान अपनी शिकायत आनलाइन तरीके से भी कर सकेंगे। उपनिदशेक कृषि विनाेद कुमार ने बताया कि पोर्टल के जरिए बीमा का कार्य चलता रहेगा। प्रत्येक तहसील पर अतिरिक्त सुविधा और सेवा के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। इससे किसानों को तेजी से बीमा का लाभ मिल सकेगा। जिले के करछना, कोरांव, फूलपुर, बारा, मेजा, सदर, सोरांव और हंडिया तहसील मुख्यालय पर किसान हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है।