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कुंभ के दौरान बनी सड़कों में खामी, तीन ठेकेदारों का निरस्त होगा रजिस्ट्रेशन

कुंभ के दौरान बनाई गई सड़कों में खामी का मामला प्रदेश सरकार तक पहुंच गया है। मामले में तीन ठेकेदारों का रजिस्‍ट्रेशन निरस्‍त होगा। ब्लैकलिस्ट करना लगभग तय है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 09:40 PM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 10:49 AM (IST)
कुंभ के दौरान बनी सड़कों में खामी, तीन ठेकेदारों का निरस्त होगा रजिस्ट्रेशन
कुंभ के दौरान बनी सड़कों में खामी, तीन ठेकेदारों का निरस्त होगा रजिस्ट्रेशन

प्रयागराज : कुंभ के पहले गंगापार क्षेत्र में बनाई गई पांच सड़कों में गड़बड़ी का मामला शासन स्तर तक पहुंच गया है। इसमें अब जल्द ही कार्रवाई भी शुरू होगी। फिलहाल तीन ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन निरस्त होना तय माना जा रहा है। उनकी फर्म को काली सूची में भी डाला जाएगा। तीनों ठेकेदारों द्वारा बनाई गई तीन सड़कों की गुणवत्ता ज्यादा खराब है।

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45 करोड़ रुपये से बनाई गई थी पांच सड़कें

लगभग 45 करोड़ रुपये से बनी पांच सड़कों फाफामऊ-सहसों-हनुमानगंज, प्रयागराज-गोरखपुर, जीटी रोड किमी 187 से 194 तक सड़क निर्माण, सोरांव-फूलपुर-हंडिया मार्ग वाया दमगढ़ा, फूलपुर-हंडिया में गड़बड़ी विभाग की टीम की जांच में पकड़ी गई है। लोक निर्माण विभाग के लखनऊ से स्टेट लेबल चेकिंग (एसएलसी) टीम को इन पांच सड़कों के निर्माण में कमी मिली थी। इन सड़कों की डीबीएम लेयर और बीसी की डेंसिटी कम पाई गई थी। लगभग 14 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई हंडिया से सोरांव-फूलपुर-हंडिया मार्ग वाया दमगढ़ा संपर्क मार्ग में तो बीसी एवं डीबीएम की डेंसिटी क्रमश: 2.14 व 1.98 ही पाई गई।

खास बातें

28 करोड़ रुपये की लागत से बनी तीन सड़कों में ज्यादा गड़बड़ी

05 सड़कों की जांच में गुणवत्ता की स्थिति पाई गई है बेहद खराब

05 ठेकेदारों को प्रमुख अभियंता कार्यालय से भेजी जा चुकी है नोटिस

45 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई हैं गंगापार में पांच सड़कें

सभी पांच ठेकेदारों को भेजी गई नोटिस

सभी पांच ठेकेदारों को प्रमुख अभियंता लखनऊ के निर्देश पर उनके कार्यालय में तैनात मुख्य अभियंता की ओर से नोटिस भेजी गई है। माना जा रहा है कि जिन तीन सड़कों की गुणवत्ता ज्यादा खराब पाई गई है उनके ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होने जा रही है। सबसे पहले फर्म को काली सूची में डाला जाएगा फिर विभाग में हुए उनके रजिस्ट्रेशन को निरस्त किया जाएगा। यही नहीं गड़बड़ी का आंकलन कराकर उसकी धनराशि की वसूली भी हो सकती है। इसके अलावा मुकदमा भी दर्ज कराया जा सकता है। वैसे जांच रिपोर्ट के बाद ही विभाग की ओर से पांचों ठेकेदारों के 50 लाख रुपये की धनराशि का भुगतान रोक लिया गया था।

ठेकेदार सड़कों पर रिलेयरिंग का करा रहे हैं

पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड एक के अधिशासी अभियंता एकेडी द्विवेदी ने बताया कि सड़कों में पाई गईं कमियों को दूर कराया जा रहा है। ठेकेदार सड़कों पर रिलेयङ्क्षरग का करा रहे हैं।


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