किस तरह सोशल मीडिया पर फैलती हैं अफवाहें? दैनिक जागरण के साथ बनी फिल्म में सामने आया सच
फिल्म में यह दिखाया गया है कि किस तरह जानकारी के अभाव में लोग गलत सूचना प्रसारित कर रहे हैं। हर कोई खुद से ही डॉक्टर बनकर इलाज भी बता रहा है।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना काल में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज के छात्र-छात्राओं ने जागरूक करने वाली शार्ट फिल्म तैयार की है। आपका अपना दैनिक जागरण अखबार सामने रखकर इस फ़िल्म में यह बताया गया है कि सोशल मीडिया पर खबर की जगह अफवाह परोसी जा रही है। यही नहीं लोग धड़ल्ले से उसको साझा भी कर रहे हैं।
भ्रामक खबरों पर भरोसा कर रहे हैं लोग
पांच मिनट 26 सेकेंड की इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि किस तरह जानकारी के अभाव में लोग गलत सूचना प्रसारित कर रहे हैं। हर कोई खुद से ही डॉक्टर बनकर इलाज भी बता रहा है। सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों को परोसा जा रहा है। उस पर लोग भरोसा भी कर रहे हैं। फिल्म में अभिनय के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि केवल अखबार ही ऐसा साधन है जो सटीक जानकारी लोगों तक पहुंचा रहा है।
तथ्यपरक खबरें परोसता है दैनिक जागरण, इससे खबरों की बढती है विश्वासनीयता
फिल्म के बारे में बताते हुए सेंटर की छात्रा प्रियंका शुक्ला ने बताया कि खबरों के मामले में दैनिक जागरण ही सबसे बेहतर है। दैनिक जागरण तथ्यपरक खबरों को परोस रहा है। यही वजह है कि लोगों में दैनिक जागरण के प्रति विश्वसनीयता आज भी बरकरार है। इसीलिए दैनिक जागरण अखबार की सहायता भी फिल्म में ली गई है।
फिल्म में रही इनकी भूमिका
इस शॉर्ट फिल्म में अनामिका सिंह, अंकित द्विवेदी, प्रज्ञा वत्सल, प्रियंका द्विवेदी, प्रियंका शुक्ला, शिवांगी त्रिपाठी, तान्या नारायण, उज्ज्वल त्रिपाठी ने भूमिका अदा की है। स्क्रीनप्ले प्रियंका शुक्ला और सम्पादन आदित्य जायसवाल का रहा। छात्र-छात्राओं ने सेंटर के को-कॉर्डिनेटर डॉ. धनंजय चोपड़ा और दैनिक जागरण को विशेष आभार दिया है।
सही जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए बनाई फिल्म
इस संदर्भ में सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज के कोर्स को-कॉर्डिनेटर डॉ. धनंजय चोपड़ा ने बताया कि छात्रों को पहले तैयारी कराया गया कि वह कैसे लोगों तक सही जानकारी पहुंचाएं। ऐसे में यह लॉकडाउन शुरू होते ही फिल्म तैयार करना शुरू कराया। विशेष तौर पर दैनिक जागरण कोरोनकाल में लगातार बेहतर जानकारी दे रहा है। दैनिक जागरण की खबरें संतुलित रहती हैं।