दो गुटों के वर्चस्व की खूनी जंग में रवि व बासू की गई जान
झूंसी के मल्लाही टोला के रवि और बासू की हत्या दो गुटों के वर्चस्व् की खूनी जंग की परिणति है। दोनों तरफ से वारदात के दौरान गोली चली थी।
प्रयागराज : झूंसी के मल्लाही टोला में रवि और बासू की हत्या किशोरों के बीच वर्चस्व की जंग का नतीजा है। पूर्व पार्षद विष्णु निषाद और विकास ने अपना गैंग बना रखा था। कभी रवि भी इन्हीं लोगों के बीच बैठता था। एक साल पहले विष्णु की दुकान पर सिगरेट खरीदने को लेकर रवि और विष्णु का झगड़ा हो गया था। तब रवि ने विष्णु के पिता नन्हें से मारपीट की थी। तब की अदावत धीरे धीरे बढ़ती गई। विष्णु की दुकान के सामने बाउंड्री पर फड़ बैठती थी। जुए के अड्डे पर भी दोनों गुटों में आए दिन झगड़ा होता रहता था।
बता दें कि रवि और बासू की झूंसी में सोमवार की रात हत्या कर दी गई थी। रवि के घरवालों का कहना है कि विष्णु, विकास, अमित आदि सुबह से रवि को तलाश रहे थे। वह घर पर धमकी देकर गए थे कि आज उसे मार देंगे। रात में रवि और बासू ने शराब पी। इसके बाद गुस्से में विष्णु की दुकान पर पहुंच गए। वहां जमकर मारपीट के बाद विष्णु और उसके साथियों ने रवि और बासू की हत्या कर दी। एक तमंचा बासू के हाथ में फंसा मिला है।
पुलिस मान रही है कि हो सकता है कि बासू और रवि भी बदला लेने गए हों। जबकि विष्णु और उसके साथी पहले से योजना बनाकर बैठे थे। विष्णु की दुकान का सारा सामान सड़क पर फेंक दिया गया था। गल्ला तक जमीन पर पड़ा था। पुलिस मान रही है कि झगड़े के बीच रवि और बासू ने सामान फेंका, इससे और बात बढ़ गई। उन लोगों ने चाकू से हमला किया। सिर पर ईंट मारी फिर गोली मारकर हत्या कर दी। शव जलाने की कोशिश को तो दबंगई दिखाने की करतूत मानी जा रही है, क्योंकि मुहल्ले में हत्या हुई है, ऐसे में शिनाख्त की कोशिश मिटाने का काम यह नहीं हो सकता।
चाचा-भतीजा थे रवि और बासू :
रवि और बासू की उम्र में महज एक साल का अंतर है। परिवार वालों का कहना है कि वह चाचा-भतीजा लगते थे। दोनों में दोस्ती भी खूब थी। रवि की दुश्मनी ज्यादा थी, इसलिए बासू उसका साथ दे रहा था। रवि की बहन ने आइजी मोहित अग्रवाल को बताया कि विष्णु और उसके साथी लूट और छिनैती करते हैं, वह लोग चाहते थे कि रवि भी उनके साथ रहे। रवि ओर बासू उनके साथ नहीं रहते थे, इससे वह लोग जलते थे।
कलवारी टोले की जमीन से भी बढ़ा विवाद :
रवि और बासू झूंसी के कलवारी टोला के रहने वाले थे। वहां की एक जमीन को लेकर विष्णु के परिवार वालों से विवाद चल रहा था। विष्णु ने कई बार उस जमीन पर कब्जे की कोशिश की लेकिन रवि विरोध में खड़ा हो गया था। रवि के घरवालों का कहना है कि विष्णु धमकी दे रहा था कि यह तो जमीन छोड़ दो या फिर मरने के लिए तैयार रहो।
एक साल पहले का विवाद :
विवाद एक साल पहले से था। सोमवार की रात भी झगड़ा हुआ। हमलावर आपराधिक किस्म के हैं। पहले दोनों पक्षों में मारपीट हुई फिर हत्या कर शव जलाने की कोशिश हुई। परिजन भी साफ कुछ नहीं बता पा रहे हैं।
-मोहित अग्रवाल, आइजी
मुहल्ले में छाया मातम, बिलखते रहे परिजन :
दुस्साहसिक अंदाज में की गई बासू और रवि की हत्या से मुहल्ले के लोग भी स्तब्ध रह गए। लाश देख परिजन बिलख पड़े तो आसपास के लोग भी गम में डूब गए। बासू का बीमार पिता गुलाब भी बदहवास था। उसके तीन बेटों में बासू सबसे छोटा था। ऐसा ही कुछ हाल रवि के घर का भी है। उसके पिता अशोक किराने की दुकान चलाते थे, जो किसी कारण से बंद हो गई। इसके बाद उन्होंने चाय की दुकान खोली ली। परिजनों ने बताया कि बासू और रवि दोनों जिगरी दोस्त की तरह रहते थे। कभी नाव चलाकर पैसा कमाते थे तो कभी शादी विवाह में हलवाई का काम करते थे।
पहले भी हो चुकी है सनसनीखेज वारदात :
झूंसी में दो लोगों की हत्या के बाद शव जलाने की घटना से पहले भी इस तरह की सनसनीखेज वारदात हो चुकी है। दारागंज थाना क्षेत्र के बक्शी बांध पर दो युवक की हत्या के बाद उनका शव भी पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। हत्याकांड के बाद पुलिस कई दिनों तक मृतकों की पहचान कराने से लेकर कातिलों की तलाश में जुटी रही, लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चला।
कीडगंज थाना क्षेत्र के दुर्गापूजा पार्क में भी एक बुजुर्ग और युवक की हत्या के बाद उनकी लाश जला दी गई थी। पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त कर ली, पर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। धूमनगंज थाना क्षेत्र में भी होटल कर्मचारी की गोली मारकर हत्या के बाद लाश फूंक दी गई थी। इसी तरह करेली थाना क्षेत्र के जीटीबी नगर मुहल्ले में भी एक मजदूर की हत्या के बाद कातिलों ने लाश जला डाली थी।
कौंधियारा के इकौनी गांव में पांच लोगों की और नवाबगंज के जूड़ापुर में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या हो चुकी है। थरवई में भी मासूम बालक समेत चार लोगों की सनसनीखेज ढंग से हत्या की जा चुकी है। करेली में शौहर ने अपनी बीवी, ससुर व बेटी का कत्ल किया था। वहीं, धूमनगंज में पिता ने तीन बच्चों व पत्नी को मारने के बाद खुद फांसी के फंदे पर झूल गया था।
पूर्व पार्षद के सात रिश्तेदारों को उठाया :
झूंसी में रवि और बासू की नृशंस हत्या करने वाले आरोपितों की तलाश में पुलिस की तीन टीमें आधी रात तक छापामारी करती रहीं। मुख्य आरोपित पूर्व पार्षद विष्णु के कई रिश्तेदारों को उठा लिया गया। पुलिस टीमों ने झूंसी के अलावा राजापुर, धूमनगंज और करेली की निषाद बस्ती में छापामारी कर पूछताछ की। एक टीम रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर भी निगरानी करती रही। एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक, एसपी गंगापार सुनील सिंह के नेतृत्व में तीन टीमें लगाई गई हैं। दो टीमें आरोपितों के घर, रिश्तेदारों और करीबियों के यहां छापामारी कर रही हैं। विष्णु वार्ड 15 का पूर्व पार्षद है। उसके जान पहचान वाले ज्यादा हैं। ऐसे में अन्य आरोपितों को भी उसी ने संरक्षण दिया होगा। पुलिस करेलाबाग की निषाद बस्ती से तीन रिश्तेदारों को उठाया जबकि राजापुर और धूमनगंज से चार को उठाकर पूछताछ की जा रही है।
महिलाओं समेत आठ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज :
देर रात रवि के पिता अशोक निषाद ने झूंसी थाने में दो महिलाओं समेत आठ लोगों को नामजद कर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। एसपी गंगापार सुनील सिंह के मुताबिक, विष्णु, उसके पिता नन्हें, विकास, आकाश, अमित, जय कुमार और माया देवी, दीपिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।