राम मंदिर मुद्दे को गरमाएंगे दंडी संन्यासी, बढ़ाई सक्रियता
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सक्रियता बढ़ाई है। आरएसएस प्रमुख व मुख्यमंत्री योगी से मिलने का समय मांगा है।
प्रयागराज, [शरद द्विवेदी]। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की दोबारा ताजपोशी होते ही श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण का मामला गरमाने लगा है। सरकार राम मंदिर निर्माण मसले को दरकिनार न करे, उसके लिए संत-महात्मा सक्रियता बढ़ाने लगे हैं। राम मंदिर मुद्दे पर अभी तक मौन रहने वाले दंडी संन्यासी भी मुखर हो गए हैं। अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राम मंदिर मुद्दे पर मिलने का समय मांगा है। प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलकर मंदिर निर्माण को लेकर किए गए प्रयासों की जानकारी लेकर अपना सुझाव देगा।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दा गरमाया था
लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा काफी गरम रहा। प्रयागराज में लगे कुंभ मेला में संतों के बीच राम मंदिर निर्माण ही प्रमुख मुद्दा रहा। इसको लेकर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने परमधर्म संसद का आयोजन किया था, तो कुछ संतों ने 'राम मंदिर पर मन की बातÓ की। विश्व हिंदू परिषद के शिविर में 31 जनवरी से हुई एक दिवसीय धर्म संसद में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में राम मंदिर निर्माण का मामला पुरजोर तरीके से उठा था। तब भागवत ने संतों को राम मंदिर निर्माण का आश्वासन देते हुए उस दिशा में कदम उठाने के लिए कुछ माह का समय मांगा था, जो पूरा हो चुका है।
काशी में जुटेंगे दंडी संन्यासी
राम मंदिर निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए दंडी संन्यासियों का काशी स्थित मठ मछली बंदर में अगस्त के पहले सप्ताह में सम्मेलन होगा। इसमें राम मंदिर के साथ गोहत्या पर पाबंदी, संस्कृत विद्यालयों की दयनीय दशा, ब्राह्मण युवाओं में कम होते संन्यास के पीछे कारण, गंगा व यमुना में बढ़ते प्रदूषण पर मंथन होगा।
नीयत पर नहीं है संदेह : विमलदेव
धर्म संसद का हिस्सा रहे अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम का कहना है कि मोहन भागवत व योगी आदित्यनाथ की नीयत पर संदेह नहीं है, लेकिन भागवत ने धर्म संसद में राम मंदिर पर मई तक का जो समय मांगा था, वह पूरा हो गया है। दंडी संन्यासी भागवत व योगी से मिलकर उनके द्वारा उठाए गए कदमों व भावी रणनीति की जानकारी लेंगे। साथ ही विमलदेव ने कहा कि मोदी के शपथ ग्रहण में वह अमित शाह व राजनाथ सिंह के समक्ष भी राम मंदिर की मांग कर चुके हैं।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप