श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ कौशांबी में सरायअकिल की रामलीला संपन्न
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के चौदह वर्ष बाद वनवास से लौटने की खुशी में पूरी अयोध्या दुल्हन की तरह सजाई गई थी। पूरे राज्य में भगवान राम के राजतिलक की तैयारियां जोरों पर चल रही थी। जगह जगह मंगल गीत व शहनाई बज रही थी।
प्रयागराज, जेएनएन। कौशांबी के नगरपंचायत सरायअकिल में 18 अक्टूबर से शुरू हुई 13 दिवसीय ऐतिहासिक रामलीला शुक्रवार को राम राज्याभिषेक के साथ ही संपन्न हो गई। इस वर्ष कोविड 19 संक्रमण के दौरान सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार रामलीला का मंचन किया गया। फतेहपुर जनपद से मंचन करने आये कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया।
फूलों की बरसा के बीच राज्याभिषेक
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के चौदह वर्ष बाद वनवास से लौटने की खुशी में पूरी अयोध्या दुल्हन की तरह सजाई गई थी। पूरे राज्य में भगवान राम के राजतिलक की तैयारियां जोरों पर चल रही थी। जगह जगह मंगल गीत व शहनाई बज रही थी। अयोध्या के इस मनोहारी दृश्य का वर्णन नही किया जा सकता है। भगवान राम को सिंहासन पर बैठाकर कुल गुरु बशिष्ठ मुनि ने तिलक लगाकर राज्याभिषेक किया और आशीर्वाद दिया। राम का राज्याभिषेक देख आसमान से सुर, नर, मुनि, सभी फूलों की वर्षा करने लगे।
लगे जय श्रीराम के नारे
यह दृश्य देख रामलीला प्रांगण जयश्रीराम के नारों से गूंजायमान हो उठा। कमेटी के पदाधिकारियों ने भगवानराम का राज्याभिषेक कर 13 दिवसीय रामलीला का समापन किया। इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष शिवदानी, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गोपालजी केशरवानी, उपाध्यक्ष सतीशचंद्र जायसवाल, राजेश चौधरी, दिलीप कुमार उर्फ रंगा केशरवानी, महामंत्री अनिल केशरवानी, कोषाध्यक्ष शंकरलाल, मंत्री रुद्रेश कुमार केशरवानी, संरक्षक कृष्णनारायन रस्तोगी, वासुदेव केशरवानी, मंच संचालक संतोष सोनी आदि मौजूद रहे।