Mahakumbh 2025 से पहले Prayagraj Junction का बदलेगा नजारा, 859 करोड़ की लागत से होगा पुनर्विकास
डीआरएम मोहित चंद्रा ने बताया कि पुनर्विकास से प्रयागराज जंक्शन की पूरी तस्वीर ही बदल जाएगी। यहां दो दो कांकोर्स (हालनुमा परिसर) बनेंगे जो लिफ्ट और एस्केलेटर रैंप से जुड़े होंगे। जब ट्रेन आएगी तो यात्री कांकोर्स से नीचे उतरेंगे और ट्रेन पकड़ेंगे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में होने वाले आगामी महाकुंभ 2025 की रेलवे ने भी तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास की तैयारी तेज होगी। अगले 50 वर्षों तक किस तरह से जंक्शन पर यात्रियों का दबाव होगा, कितने श्रद्धालु महाकुंभ के दौरान यहां आ सकते हैं, उन्हें कैसे सुविधा दी जाए इस योजना के तहत नए निर्माण कार्य होंगे।
859 करोड़ रुपये से होगा जंक्शन का पुनर्विकास : इसके तहत 'विरासत भी और विकास भी' की थीम पर प्रयागराज जंक्शन के 20,483 स्क्वायर मीटर एरिया का पुनर्विकास सिविल लाइंस साइड व सिटी साइड दोनों ओर होगा। 859 करोड़ रुपये इसमें खर्च होंगे। 48 महीने में यह कार्य पूरा होना है और सबसे खास बात जंक्शन पर यात्रियों का स्टेशन पर कोई क्रास मूवमेंट नहीं होगा। पुनर्विकास का अधिकांश मुख्य कार्य वर्ष 2025 में लगने वाले महाकुंभ से पहले होगा, जबकि फिनिशिंग कुंभ के बाद होगी।
डीआरएम ने कहा- प्रयागराज जंक्शन की बदलेगी तस्वीर : डीआरएम मोहित चंद्रा ने बताया कि पुनर्विकास से प्रयागराज जंक्शन की पूरी तस्वीर ही बदल जाएगी। यहां दो दो कांकोर्स (हालनुमा परिसर) बनेंगे जो लिफ्ट और एस्केलेटर, रैंप से जुड़े होंगे। जब ट्रेन आएगी तो यात्री कांकोर्स से नीचे उतरेंगे और ट्रेन पकड़ेंगे। एक कांकोर्स प्लेटफार्म नंबर एक से छह को व दूसरा कांकोर्स प्लेटफार्म नंबर सात से दस पर आने जाने वाले यात्रियों के लिए बनेगा। दोनों ओर 600 चार पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी।
क्या कहते हैं एनसीआर के सीपीआरओ : उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि एयरपोर्ट की तरह प्रयागराज जंक्शन पर यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी। यात्रियों के लिए स्काईवाक, एस्केलेटर और लिफ्ट की व्यवस्था होगी।