40 गैंग के 243 अपराधियों की तलाश में छापेमारी शुरू Prayagraj News
खासकर जिनका गैंग रजिस्टर्ड हैं उनकी निगरानी बढ़ा दी गई है। जमानत लेकर जेल से बाहर घूमने वाले और घटनाओं को अंजाम देने वालों की जमानत भी निरस्त कराई जाएगी।
प्रयागराज,जेएनएन। जिले के कुख्यात अपराधी एक बार फिर पुलिस के रडार पर आ गए हैं। प्रयागराज में कुल 243 ऐसे माफिया, हिस्ट्रीशीटर और पेशेवर अपराधी हैं, जो 40 गैंग में रजिस्टर्ड हैं। इसमें से कई जेल में बंद है और कुछ फरार हैं। जो फरार हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है।
कानपुर की घटना के बाद से पुलिस सक्रिय
कानपुर की घटना के बाद पुलिस ऐसे सभी बदमाशों के बारे में तेजी से जानकारी जुटा रही है, जिनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह बनाकर हत्या, लूट, छिनैती करने वालों के साथ ही भू-माफिया, गोहत्या व गोतस्करी जैसे दूसरे अपराध करने वालों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। खासकर जिनका गैंग रजिस्टर्ड हैं, उनकी निगरानी बढ़ा दी गई है। अलग-अलग मुकदमों में जमानत लेकर जेल से बाहर घूमने वाले और घटनाओं को अंजाम देने वालों की जमानत भी निरस्त कराई जाएगी। उनकी जमानत लेने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। अपराधियों को संरक्षण देने वाले सफेदपोशों पर भी पुलिस कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। ऐसे कई बदमाश हैं, जिनके विरुद्ध पांच से अधिक मुकदमे हैं, चिन्हित कर उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी और असलहों का लाइसेंस भी निरस्त कराया जाएगा। एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने बताया कि इंटरस्टेट से लेकर डिस्ट्रिक स्तर के गैंग के लीडर व सदस्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। पुराने मुकदमों में जमानत निरस्त कराने के साथ ही उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी, ताकि अपराध व अपराधियों पर अंकुश लग सके।
किस गैंग में कितने सदस्य
- 121 सदस्य है पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ के इंटरस्टेट यानी आइएस-227 गैंग में। यह गैंग कई राज्यों में आपराधिक घटनाएं करता है।
- 13 सदस्य मांडा निवासी तेरसू कोल के इंटरजोन गैंग आइजेड- 226 में।
- 19 सदस्य हैं कोरांव के महेंद्र मिश्रा के रेंज स्तर के गैंग आइआर-227 में
- 15 सदस्य है धूमनगंज निवासी पार्षद व हिस्ट्रीशीटर बच्चा पासी गैंग डी-46 में
- 40 गैंग रजिस्टर्ड हैं जिले भर में।
नए सदस्यों के जोड़े जाएंगे नाम
सभी थाने की पुलिस इन गैंग के लीडर व सदस्यों का सत्यापन भी कर रही है। जिन गैंग के साथ नए बदमाश काम कर रहे हैं, उनके नाम गैंग में शामिल किए जाएंगे। यदि किसी सदस्य की मौत हो गई है तो उसका नाम हटा दिया जाएगा। ऐसा करने के बाद उनके खिलाफ नए सिरे से कार्रवाई होगी।