राधा भी न बचा सकी हत्यारोपित घनश्याम को
अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड के आरोपित घनश्याम को उसकी महिला मित्र राधा भी गिरफ्तार होने से नहीं बचा सकी। कर्नलगंज पुलिस ने इनामी हिस्ट्रीशीटर को दबोच लिया। वकील की हत्या के बाद से फरार था। पुलिस छोटा राजन के गुर्गे अंजनी की तलाश में दबिश दे रही है।
जासं, इलाहाबाद : अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड के आरोपित घनश्याम को उसकी महिला मित्र राधा भी गिरफ्तारी से नहीं बचा सकी। सनसनीखेज हत्याकांड के ठीक एक माह बाद कर्नलगंज पुलिस ने नैनी थाने के हिस्ट्रीशीटर व 25 हजार के इनामी घनश्याम अग्रहरि पुत्र लल्लू अग्रहरि को दबोच लिया है।
मंगलवार दोपहर अभियुक्त को पुलिस लाइन सभागार में मीडिया के सामने पेश किया गया। एसएसपी नितिन तिवारी व एएसपी सुकीर्ति माधव ने बताया कि 10 मई को रामबाग निवासी अधिवक्ता राजेश की कचहरी जाते वक्त मनमोहन पार्क के पास गोली मारकर हत्या की गई थी। प्रतापगढ़ के शूटर शमशाद अली, विशाल विश्वकर्मा और मो. रईस को एसटीएफ ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इस केस में महेवा नैनी का घनश्याम व झूंसी निवासी छोटा राजन का गुर्गा अंजनी श्रीवास्तव वांछित थे। कर्नलगंज पुलिस व क्राइम ब्रांच ने घनश्याम को पकड़ लिया है, लेकिन अंजनी अभी फरार है। उसकी तलाश चल रही है। एसएसपी ने बताया कि अधिवक्ता राजेश बार-बार होटल क्राउन पैलेस की शिकायत कर रहे थे। नाले पर अतिक्रमण की जांच शुरू हो गई थी। वारदात से कई माह पहले नगर निगम की टीम ने मौके पर जांच करते हुए होटल मालिक प्रदीप जायसवाल पर 50 हजार रुपये का जुर्माना ठोंका था। इससे प्रदीप बौखला गया था और वकील को रास्ते से हटाने का फैसला किया। डीजे संचालक घनश्याम ने ही हत्या की डील अंजनी श्रीवास्तव से की और फिर उसे तीन लाख रुपये का ठेका दिया था। अधिवक्ता की हत्या के बाद घनश्याम पहले अपने ससुराल मीरजापुर गया। पुलिस ने वहां दबिश दी तो फिर जम्मू भाग गया। वैष्णो माता का दर्शन करने के बाद फतेहपुर में राधा नामक महिला मित्र के यहां कई दिनों तक रुका रहा। तभी पुलिस ने वहां दबिश दी तो इलाहाबाद भाग और फिर पन्ना लाल रोड से गिरफ्तार कर लिया गया।