राम-लक्ष्मण की तरह मिले दो भाइयों के दिल, हाई कोर्ट में बैठकर दूर किया जायदाद बंटवारे का विवाद
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दो भाइयों के बीच लंबे समय से चल रहे पारिवारिक संपत्ति बंटवारा विवाद खत्म करने पर सहमति पर संतोष जताया है। कंपनी के शेयर लाभ और प्रशासनिक अधिकार के बंटवारे पर भी सहमति बनी। बरसों पुराना एक विवाद दूर होने से परिवार में शांति बहाली हो सकी।
प्रयागराज, विधि संवाददाता। High Court judgeresolved Property dispute इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दो भाइयों के बीच लंबे समय से चल रहे पारिवारिक संपत्ति बंटवारा विवाद खत्म करने पर सहमति पर संतोष जताया है और कहा है कि प्रयागराज तीर्थराज कहलाता हैं, यहां गंगा यमुना और सरस्वती के संगम तट पर दो भाइयों के दिल मिले और संपत्ति के बराबर बंटवारे का इरादा जताया। कंपनी के शेयर, लाभ और प्रशासनिक अधिकार के बंटवारे पर भी सहमति बनी। और इस तरह से बरसों पुराना एक विवाद दूर होने से परिवार में शांति बहाली हो सकी।
17 अक्तूबर को लिया जाएगा इस मसले में अंतिम फैसला
हाई कोर्ट ने दोनों भाइयों सुनील गुप्ता और विजय गुप्ता को बुलाया था। अधिवक्ताओं की मदद से कोर्ट ने आपसी सहमति बनाई। 17 अक्टूबर को अंतिम फैसला ले लिया जायेगा। इस दिन दोनों पक्ष कोर्ट में मौजूद रहेंगे। यह आदेश न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने सुनील गुप्ता और छह अन्य की याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है।
परिवार के हित में रंजिश दूर करने का लिया फैसला
हाई कोर्ट ने कहा कि दोनों भाई राम लक्ष्मण की तरह जज के चेंबर में बैठे और परिवार के हित में विवाद खत्म करने पर राजी हुए। इसके लिए कोर्ट ने मध्यस्थता कराई और विवादों में उलझे भाई फिर से सौहार्दपूर्ण वातावरण में बराबर बंटवारे पर राजी हुए। इस मसले ने न्याय के मंदिर की महत्ता को एक बार फिर प्रतिष्ठापित किया है।