इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस्तीफे का सिलसिला जारी, प्रोफेसर पंकज का प्रशासनिक पद से इस्तीफा Prayagraj News
प्रो. पंकज कुमार ने भी प्रशासनिक पदों से इस्तीफा दे दिया। कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी को भेजे गए पत्र में उन्होंने बताया कि उन पर कर्नलगंज थाने में फर्जी मुकदमा दर्ज कराया।
प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के प्रशासनिक पदों से शिक्षकों के इस्तीफा देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सोमवार को राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर पंकज कुमार ने भी इस्तीफा दे दिया। हालांकि, अभी कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने उनके इस्तीफे को मंजूरी नहीं दी है।
आटा की बैठक की में हुआ था जमकर हंगामा
31 जनवरी को इविवि के मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग में इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) की बैठक थी। इसमें जमकर हंगामा हुआ था। इस दौरान शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. डीसी लाल ने आटा अध्यक्ष प्रो. राम सेवक दुबे समेत प्रो. पंकज कुमार, प्रो. हर्ष कुमार और डॉ. राकेश सिंह पर गालीगलौच और धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद प्रो. दुबे ने चीफ प्रॉक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। सोमवार को प्रो. पंकज कुमार ने भी प्रशासनिक पदों से इस्तीफा दे दिया। कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी को भेजे गए पत्र में उन्होंने बताया कि उन पर कर्नलगंज थाने में फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है। ऐसे में आरोपित होकर वह प्रशासनिक पदों का दायित्व नहीं संभाल सकते हैं। उन्होंने कुलपति से मांग की कि उन्हें तत्काल डीन सीडीसी, जर्नलिज्म, मॉस कॉम और फोटोग्राफी के अध्यक्ष, फिल्म एंड थिएटर के को-ऑर्डिनेटर और एसएमसी के चेयरपर्सन से पदमुक्त कर दिया जाए। इविवि के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शैलेंद्र मिश्र ने बताया कि इस्तीफा मिल गया है। हालांकि, कार्यवाहक कुलपति अभी शहर से बाहर हैं। ऐसे में इस्तीफे को मंजूरी नहीं मिल सकी है।
प्रो. रंजना बाजपेई को अतिरिक्त प्रभार
इविवि के मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर योगेश्वर तिवारी के दो साल का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो गया। ऐसे में उन्होंने कला संकाय की डीन प्रो. रंजना बाजपेई को पदभार सौंप दिया। प्रो. रंजना ने विभागाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार संभाल लिया। अब कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी के लौटने पर तय होगा कि अध्यक्ष का कार्यभार कौन संभालेगा।