प्रोफेसर खेत्रपाल और प्रोफेसर गौतम करेंगे स्थायी कुलपति का चयन Prayagraj News
आवेदन के बाद मंत्रालय की फटकार पर इविवि प्रशासन ने शुक्रवार को सर्च कमेटी के गठन को कार्य परिषद की आपात बैठक बुलाई। बैठक के दो नाम का लिफाफा मंत्रालय को भेज दिया गया।
प्रयागराज,जेएनएन। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) के दबाव पर शुक्रवार को कार्य परिषद की आपात बैठक में सर्च कमेटी के दो सदस्यों के नाम पर मुहर लग गई। इविवि के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सीएल खेत्रपाल और नेशनल सेंटर फॉर इंटरनेशनल सिक्योरिटी एंड डिफेंस एनालिसिस पुणे के पूर्व निदेशक प्रोफेसर गौतम सेन को सर्वसम्मति से सर्च कमेटी का सदस्य नियुक्त किया है। अब दोनों सदस्य राष्ट्रपति प्रतिनिधि के साथ मिलकर इविवि के स्थायी कुलपति का चयन करेंगे।
मंत्रालय की फटकार के बाद आनन फानन में कार्य परिषद की बैठक
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू ने 31 दिसंबर 2019 को इस्तीफा दे दिया था। 21 फरवरी तक देशभर से कुल 125 शिक्षाविदों ने आवेदन किया। इसमें इविवि के कई शिक्षक भी शामिल रहे। आवेदन के बाद मंत्रालय की फटकार पर इविवि प्रशासन ने शुक्रवार को सर्च कमेटी के गठन को कार्य परिषद की आपात बैठक बुलाई। अपराह्न ढाई बजे से नॉर्थ हॉल में शुरू हुई बैठक शाम करीब छह बजे खत्म हुई। 1998 से 2001 तक प्रो. सीएल खेत्रपाल इविवि के कुलपति रह चुके हैं। प्रोफेसर गौतम सेन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ काम कर चुके हैं। यूजीसी की कई कमेटियों के अध्यक्ष भी रहे हैं। रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल के माध्यम से सीलबंद लिफाफा डाक के जरिए मंत्रालय को भेज दिया गया। यह कमेटी इनमें से 10 आवेदकों का चयन कर मंत्रालय भेजेगी। फिर मंत्रालय इन 10 में से स्थायी कुलपति की नियुक्ति करेगा।
चयन प्रक्रिया से दूर रहे कुलपति-रजिस्ट्रार
आवेदक होने के नाते इविवि के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी ने बैठक की अध्यक्षता नहीं की लेकिन बैठक स्थल के बाहर बैठे रहे। कार्य परिषद के अन्य सदस्य कला संकाय की डीन प्रोफेसर रंजना बाजपेई, विज्ञान संकाय के डीन प्रो. शेखर श्रीवास्तव, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आनंद शंकर सिंह, राष्ट्रपति नामित प्रतिनिधि के तौर पर छत्तीसगढ़ स्थित सरगुजा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. राहिणी प्रसाद ने हिस्सा नहीं लिया। प्रो. राहिणी ने पत्र लिखकर जानकारी दे दी थी। सदस्य न होने के चलते रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल शामिल नहीं हुए। सर्वसम्मति से फैसला किया कि डीन कॉमर्स प्रोफेसर असीम मुखर्जी की अध्यक्षता में सर्च कमेटी गठित होगी।
हांगलू से तंग होकर खेत्रपाल ने दिया था इस्तीफा
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रह चुके प्रोफेसर सीएल खेत्रपाल ने जून 2018 में तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू की मनमानी से तंग होकर इविवि कार्य परिषद के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विश्वविद्यालय के विजिटर यानी राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेजकर कहा था कि विश्वविद्यालय में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते। प्रो. खेत्रपाल ने अपने पत्र में 17 जून 2018 को हुई कार्य परिषद की बैठक का हवाला देते हुए कहा था कि उनके साथ दो अन्य सदस्यों ने भी रजिस्ट्रार रहे कर्नल हितेश की सेवा समाप्त किए जाने पर विरोध दर्ज कराया था। इसके बावजूद कुलपति ने मनमाने तरीके से फैसला लिया था।
कार्य परिषद की नियमित बैठक 16 को
इविवि प्रशासन ने एक मात्र एजेंडा सर्च कमेटी के गठन के लिए शुक्रवार को कार्य परिषद की आपात बैठक बुलाई थी। अब कार्य परिषद की नियमित बैठक 16 मार्च को होगी। इसमें अन्य मसलों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। पूर्व में तय हुआ था कि इसी में सर्च कमेटी गठन होगा। लेकिन मंत्रालय के दबाव के चलते आपात बैठक बुलानी पड़ी।