कुंभ के शंखनाद में दब जाएगी शहनाई की गूंज, आइए जानें कैसे
अगले वर्ष प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले में चहल-पहल बढ़ेगी। वहीं दूसरी ओर उस दौरान जिनके घरों में वैवाहिक समारोह है, उन्हें दिक्कतों का भी सामना करना पड़ेगा।
प्रयागराज : कुंभ का वैभव जनवरी माह में बिखरने लगेगा। प्रयाग में देश-विदेश के श्रद्धालु व संत-महात्माओं का जमघट लगेगा। वैसे तो, हर शहरवासी कुंभ में श्रद्धालुओं के स्वागत की तैयारी में लगा रहेगा, लेकिन, कुछ के लिए यह दौर मुश्किल वाला होगा। वजह होगी घर-परिवार में वैवाहिक उत्सव।
बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्होंने कई महीने पहले अपने बच्चों की शादी तय कर दी थी, पर कुंभ के चलते उन्हें दिक्कत हो रही है। सबसे अहम गेस्ट हाउस आसानी से नहीं मिल रहा है। यह दिक्कत जनवरी व फरवरी महीने में ज्यादा है। इसी महीने में विवाह की लगन के साथ कुंभ के अहम स्नान पर्व भी है। स्नान पर्वों के आस-पास मिल रहे मुहूर्त में व्यवस्था चुनौती भरी मानी जा रही है।
कुंभ में श्रद्धालुओं की आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने गेस्ट हाउस संचालकों को निर्देश दिया है कि वह स्नान पर्वों के एक दिन पहले व बाद की बुकिंग नहीं करें। गेस्ट हाउस संचालकों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बैठक भी हो चुकी है। गेस्ट हाउस संचालकों को अपनी बुकिंग कैंसिल करनी पड़ रही है। ऐसे में जिनके घर वैवाहिक आयोजन है, वह या तो दूसरा मुहूर्त तलाश रहे हैं अथवा ग्रामीण क्षेत्रों से विवाह करने की तैयारी में जुट गए हैं।
केस एक :
मुट्ठीगंज निवासी भैरो प्रसाद ने छह माह पहले कानपुर में बेटी की शादी तय की। बरात 15 जनवरी को आनी थी। कुंभ का स्नान पर्व पडऩे से उन्हें शहर में गेस्ट हाउस नहीं मिल रहा है। इससे शादी छह माह के लिए टाल दी।
केस दो :
सुलेमसराय निवासी डॉ. एसके शर्मा के बेटे की शादी चार फरवरी को तय थी। उन्हें उस तारीख में कोई गेस्ट हाउस नहीं मिल रहा है। इससे उन्होंने कौशांबी स्थित गांव से ही शादी करने का निर्णय लिया है।
केस तीन :
राजापुर निवासी राहुल पाठक ने अपने भाई की सगाई के लिए पांच फरवरी को गेस्ट हाउस बुक किया था। गेस्ट हाउस संचालक ने 25 अक्टूबर को उनकी बुकिंग निरस्त करके एडवांस वापस कर दिया।
जनवरी फरवरी में बंपर लगन :
ज्योतिर्विद आचार्य अविनाश राय बताते हैं कि 14 जनवरी की रात सूर्य के उत्तरायण होते ही लगन मुहूर्त शुरू हो जाएगा। जनवरी में 17, 18, 22, 23, 24 25, 26, 27, 28, 29, 30 तारीख को लगन है। फरवरी माह में एक, दो, पांच, छह, सात, आठ, नौ दस, 13, 15, 16, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 27, 28 को लगन है।
कुंभ का प्रमुख स्नान पर्व :
-15 जनवरी मंगलवार : मकर संक्रांति
-21 जनवरी सोमवार : पौष पूर्णिमा
-चार फरवरी सोमवार : मौनी अमावस्या
-दस फरवरी रविवार : वसंत पंचमी
-19 फरवरी मंगलवार माघी पूर्णिमा
-चार मार्च सोमवार महाशिवरात्रि
कुंभ स्नान पर्वों के मद्देनजर गेस्ट हाउस में कोई बुकिंग नहीं की जा रही रही है। प्रशासनिक अधिकारियों ने ऐसा निर्देश दिया है। हमारी कमेटी ने भी स्नान पर्वों के आगे-पीछे सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए भंडारा चलाने का निर्णय लिया है।
-गोपालबाबू जायसवाल, महामंत्री श्रीकटरा रामलीला कमेटी
स्नान पर्वों पर होल्डिंग एरिया (मैदान व गेस्ट हाउस) चिह्नित किया गया है। वहां स्नान पर्वों के आस-पास कोई कार्यक्रम नहीं कराने का निर्णय हुआ है। जिन क्षेत्रों में भीड़ नहीं होती, वहां कार्यक्रम किया जा सकता है।
-सुहास एलवाई, जिलाधिकारी