निजी अस्पताल सीएमओ ऑफिस में नहीं दे रहे प्रसव की रिपोर्ट Prayagraj News
महज नौ अस्पताल ऐसे हैं जो सीएमओ आफिस में प्रसव रिपोर्ट की जानकारी देते हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की पहल की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। लाख कवायद के बाद भी निजी अस्पताल संचालक अपने अस्पताल में हुए प्रसव की जानकारी सीएमओ ऑफिस में नहीं दे रहे हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग व शासन स्तर तक इसकी सही जानकारी नहीं है। सरकारी अस्पतालों से तो मासिक रिपोर्ट मिल जा रही है लेकिन निजी अस्पताल इसमें लापरवाही बरत रहे हैं। बीते दिनों नीति आयोग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में यह प्रदेश सबसे निचले पायदान पर मिला। यही कारण है कि सरकार अब स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की कवायद शुरू कर दी है।
महज नौ अस्पताल ही प्रसव, टीकाकरण आदि की जानकारी देते हैं
जनपद के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में होने वाले प्रसव, टीकाकरण आदि की जानकारी सीएमओ आफिस में देनी होती है। इसके लिए एचएमआइएस (हेल्थ मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम) बनाया गया है। इसमें पूरी जानकारी अपलोड करनी होती है। जनपद में करीब 400 निजी अस्पताल हैं लेकिन इसमें से महज नौ अस्पताल ही ऐसे हैं जो प्रसव, टीकाकरण आदि की जानकारी देते हैं।
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में सख्त निर्देश दिए थे
नौ जुलाई को प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी इसके लिए सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद अपर निदेशक, स्वास्थ्य ने बेली अस्पताल में मंडलीय समीक्षा बैठक में इसका जिक्र किया। प्रयागराज के अलावा प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर के सीएमओ को भी यह निर्देश दिया गया है कि वह निजी अस्पतालों से प्रसव, टीकाकरण आदि की जानकारी लें।
बोले सीएमओ
सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेयी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों से रिपोर्ट तो मिलती है लेकिन निजी अस्पताल गंभीर नहीं हैं। इसके लिए फिर से नोटिस भेजा जाएगा।