कौशांबी में स्कूलों का ऑनलाइन पंजीयन कराने में निकला प्रधानाध्यापकों का पसीना
प्रधानाध्यापक पंजीकरण के लिए विकास भवन स्थित अल्प संख्यक विभाग के कार्यालय पहुंचे। वहां विभाग की ओर से किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी। न तो पंजीकरण के लिए अलग से काउंटर बने थे और न कोविड-19 नियमों का ध्यान रखा गया।
प्रयागराज, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को वजीफा दिया जाना है। इसके लिए शासन स्तर पर नियमों में परिवर्तन किया गया है। अब विद्यालयों के साथ ही छात्रों को पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए गुरुवार से स्कूलों व विद्यार्थियों का पंजीकरण शुरू हो गया है। अब पंजीकरण कराने में स्कूल के प्रधानाध्यापकों का पसीना छूट रहा है।
बिना पंजीकरण नहीं मिलेगा लाभ
अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय में स्कूलों का पंजीकरण हो रहा है। इसके बाद वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों का अल्प संख्यक कार्यालय को पंजीकरण होगा। बिना पंजीकरण के किसी विद्यार्थी को वजीफे का लाभ नहीं मिलेगा। बीएसए के निर्देश पर सभी स्कूल अपने यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ ही स्कूल का पंजीकरण करा रहे हैं।
विभाग में हावी है अव्यवस्था
ऐसे में भारी संख्या में स्कूल के प्रधानाध्यापक पंजीकरण के लिए विकास भवन स्थित अल्प संख्यक विभाग के कार्यालय पहुंचे। वहां विभाग की ओर से किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी। न तो पंजीकरण के लिए अलग से काउंटर बने थे और न अन्य कोविड-19 नियमों का ध्यान रखा गया। इससे शिक्षकों की हालत खराब हो गई। कुछ स्कूलों के प्रधानाध्यापक बिना पंजीकरण कराए ही लौट आए। सीडीओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि विभाग को अलग से व्यवस्था करने का निर्देश दिया जाएगा, जिससे किसी शिक्षक को पंजीकरण के दौरान समस्या न होने पाए।