Prime Minister Safe Motherhood Campaign : अभियान के तहत अक्टूबर के महीने में 1846 महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच, ताकि समय रहते हो सके गर्भावस्था की समस्याओं का निदान Prayagraj News
Prime Minister Safe Motherhood Campaign जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक अशफ़ाक अहमद ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्ण देखभाल हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर माह की प्रत्येक 9 तारीख को प्रसव पूर्व जांच की जाती है।
प्रयागराज,जेएनएन। गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने और मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जाती है I स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना काल में भी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की सेवाएं देने का पूरा प्रयास किया गया है I
परिवार कल्याण नोडल ए.सी.एम.ओ. डॉ. सत्येन राय ने कहा कि हमारा उद्देश्य यही रहता है कि जन्म लेने वाले बच्चे और माता दोनों का स्वास्थ्य व जीवन सुरक्षित रहे I इसके लिए सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत दूसरी व तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती महिलाओं की कम से कम एक जांच एमबीबीएस चिकित्सक या प्रसूति एवं स्त्री विशेषज्ञ के द्वारा करायी जाये I
आशा कार्यकर्ता चिन्हित गर्भवती महिलाओं को लाती हैं केंद्र तक
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक अशफ़ाक अहमद ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्ण देखभाल हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर माह की प्रत्येक 9 तारिख को प्रसव पूर्व देखभाल के लिए 10 बजे से 3 बजे के मध्य सेवाएं दी जाती हैं I जहां आशा कार्यकर्ता समुदाय में चिन्हित गर्भवती महिलाओं को लाकर उन्हें सुविधाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित कर रही हैं ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे का समुचित विकास हो सके I
प्रसव पूर्व चार बार की जाती है जांच
प्रसव के पूर्व चार बार जांच की जाती है I इससे गर्भवती महिला को शरीर में खून की कमी, रक्त समूह, वजन, यूरिन, मधुमेह, एचआईवी, सिफलिस व अल्ट्रासाउंड जांच की सुवुधाएं दी जाती हैं ताकि प्रसव में होने वाले जोखिम की पहचान हो सके और समय रहते माँ व बच्चे दोनों को सुरक्षित किया जा सके I इस विशेष दिवस पर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर विशेष स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पंजीकरण कर कार्ड पर लाल मुहर लगाकर सूची बनाते हुए जनपद स्तर की चिकित्सा इकाई पर संदर्भन किया जाता है I
अप्रैल माह से अब तक जिले में 6281 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व हुई जांच
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अभिषेक त्रिवेदी ने बताया कि इस वर्ष सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत अक्टूबर माह में 1846 और अप्रैल माह से अब तक 6281 गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की सेवाएं दी गई हैं। जिनमे 5673 महिलाओं की जाँच एमबीबीएस चिकित्सक और प्रसूति एवं स्त्री विशेषज्ञ के माध्यम से की गई I इनमें 943 उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है जिन्हें उच्च चिकित्सा इकाई पर प्रबंधन और सुरक्षित संस्थागत प्रसव हेतु रेफर किया जायेगा और परामर्श की सुविधा दी जायेगी I