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देश को सस्ता सरल और सुलभ न्याय की जरूरत : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पूजा-अर्चना के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में शिलान्यास कार्यक्रम में शिकरत की। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल राम नाईक के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 16 Dec 2017 09:30 AM (IST)Updated: Sat, 16 Dec 2017 02:15 PM (IST)
देश को सस्ता सरल और सुलभ न्याय की जरूरत : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद
देश को सस्ता सरल और सुलभ न्याय की जरूरत : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

इलाहाबाद (जेएनएन)। संगमनगरी इलाहाबाद के दो दिनी दौरे के दूसरे दिन आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पूजा-अर्चना के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में शिलान्यास कार्यक्रम में शिकरत की। इस कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल राम नाईक के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। 

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राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि देश भर के तीन करोड़ मामलों में से 40 लाख न्यायालयों में लंबित हैं, देश को सस्ता सरल और सुलभ न्याय की जरूरत है। उन्होंने वैकल्पिक न्याय प्रणाली मजबूत करने पर जोर दिया, बोले सामान्य नागरिकों को इससे लाभ मिलेगा। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि न्यायालयों के सामने काफी चुनौती है इसे सूचना तकनीक के माध्यम से आसान कर सकते हैं।

इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में आयोजित समारोह में न्याय ग्राम टाउनशिप का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बटन दबाकर शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज विजय दिवस है और न्याय ग्राम देश के उन बहादुर जवानों को समर्पित है, जिन्होंने देश सेवा के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि देश की न्याय व्यस्वस्था में न्यायग्राम मील का पत्थर साबित होगा।

साथ ही जोर दिया कि कोर्ट में स्थानीय भाषा में बहस होने का चलन बढ़े तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की गौरवशाली परंपरा रही है। देश की आजादी से पहले और बाद में भी यहां से लोगों को न्याय मिलता रहा है। देश का सामान्य नागरिक न्यायपालिका जाने से बचता है ऐसी स्थिति को बदलने की जरूरत है।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज व न्यायिक कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित न्याय ग्राम आवासीय कालोनी का शिलान्यास किया। इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्जवलित किया। कालोनी का निर्माण झलवा में देवघाट के पास होगा। इससे पहले पूजा-अर्चना की गई।

हाईकोर्ट समारोह में राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि जजों की संख्या 108 से 160 करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। त्वरित न्यायतंत्र स्थापित होने से ही कानून का राज होगा। समय से निर्माण पूरा करने को निगरानी कमेटी गठित की जाय।

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ बोले हाईकोर्ट के फैसले मील के पत्थर साबित हुए हैं। न्याय व्यवस्था के लिए हर सहयोग को प्रदेश सरकार तैयार है। जनसुनवाई पोर्टल से लोगों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया में आने के लिए न हो जनहित याचिकाएं, क्योंकि अड़ंगे से काम में अड़चन आती है। बोले सस्ता व त्वरित हो न्याय। न्यायिक एकेडमी के तकनीकी प्रशिक्षण से जुड़ने में त्वरित न्याय में मदद मिलेगी।

इलाहाबाद हाईकोर्ट प्रांगण में प्रवेश करने के दौरान राष्ट्रपति का स्वागत सेना के बैण्ड की धुन पर हुआ। इसके बाद राष्ट्रगान भी हुआ। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पत्नी सविता कोविंद के साथ दीप प्रज्जवलित किया। इस कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस आरके अग्रवाल व जस्टिस अशोक भूषण के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीबी भोसले सहित अन्य न्यायमूर्तिगण मौजूद थे। 

राष्ट्रपति ने पत्नी के साथ संगम पर की पूजा, हनुमान मंदिर में मत्था टेका

इलाहबाद के अपने दौरे के दूसरे दिन आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पूजा-अर्चना की। राष्ट्रपति ने पत्नी के साथ संगम पर गंगा नदी की पूजा करने के बाद बांध पर लेटे हनुमान मंदिर में दर्शन किया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पत्नी के साथ करीब नौ बजे गंगा व यमुना के साथ अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल पर पूजा-अर्चना की। उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं।

इनके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री डॉ रीता बहुगुणा जोशी, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी तथा इलाहाबाद की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी की इस अवसर पर राष्ट्रपति के साथ संगम पर थे।

इसके बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बांध पर लेटे हनुमान जी का दर्शन-पूजन किया। संगम में दर्शन पूजन के बाद बंधवा स्थित हनुमान मंदिर में पूजन-अर्चन किया। मंत्रोच्चार के बीच पूजन करके लेटे हनुमान जी की आरती की। संगम पर बड़े हनुमान मंदिर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद साथ उनकी पत्नी, राज्यपाल राम नाईक तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी की आरती भी की।


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