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Prerana app : प्रतापगढ़ में इस एप पर शिक्षा विभाग दे रहा जोर, शिक्षा का स्तर सुधारने की तैयारी

Prerana app बेसिक शिक्षा विभाग में पूर्व में प्रेरणा मोबाइल एप को लेकर काफी हल्ला मचा था। विरोध की वजह तमाम रही। महिला शिक्षक जहां एक ओर कह रहीं थीं कि वह पुरुषों के साथ सेल्फी कैसे लेंगी वहीं पुरुष शिक्षक इसे अतिरिक्त बंदिश बता रहे थे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 03:48 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 03:48 PM (IST)
Prerana app : प्रतापगढ़ में इस एप पर शिक्षा विभाग दे रहा जोर, शिक्षा का स्तर सुधारने की तैयारी
बेसिक स्कूलों में शिक्षकों को पढ़ाने की प्रेरणा देगा बल्कि उन्हें स्कूल में रहने को मजबूर भी करेगा।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रेरणा एप से प्रतापगढ़ परिषदीय स्कूलों में सुधार होगा और शिक्षकों की मनमानी रुकेगी। देखा जाए तो जिले के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने प्रेरणा एप डाउनलोड कर लिया है। इसके साथ ही सभी एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन), जिला समन्वयकों एवं खंड शिक्षा अधिकारियों ने भी प्रेरणा एप डाउनलोड कर लिया है। शिक्षकों द्वारा इसे डाउनलोड करने से बेसिक शिक्षा में आपेक्षित सुधार होगा। सूचनाओं के आदान प्रदान में भी आसानी होने लगी है।

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बेसिक शिक्षा विभाग में पूर्व में प्रेरणा मोबाइल एप को लेकर काफी हल्ला मचा था। विरोध की वजह तमाम रही। महिला शिक्षक जहां एक ओर कह रहीं थीं कि  वह पुरुषों के साथ सेल्फी कैसे लेंगी वहीं पुरुष शिक्षक इसे अतिरिक्त बंदिश बता रहे थे। इन सबके बीच अब इस एप की सार्थकता लोगों के समझ में आ गई है। यह एप न केवल बदहाल बेसिक स्कूलों में शिक्षकों को पढ़ाने की प्रेरणा देगा बल्कि उन्हें स्कूल में रहने को मजबूर भी करेगा। उनकी सौ फीसद उपस्थिति सुनिश्चित होगी। कोई गोलमाल नहीं चल पाएगा। यही वजह है कि शिक्षक इस एप का विरोध कर रहे हैं।

जिले के परिषदीय स्कूलों में में 9032 शिक्षक शिक्षिकाएं तैनात हैं। सभी शिक्षकों को एप डाउनलोड कर विद्यालय में प्रवेश करते समय, प्रार्थना के समय, भोजन करने वाले बच्चों की फोटो के साथ ही विद्यालय से जाते समय सेल्फी लेकर भेजना अनिवार्य किया गया है।

बीएसए अशोक कुमार सिंह बताते हैं कि प्रेरणा एप को स्कूलों के शिक्षकों ने डाउनलोड कर लिया है। निष्ठा ट्रेनिंग में भी उन्हें इसके बारे में जागरूक किया गया था। इससे सूचनाओं का आदान प्रदान करने में आसानी हो रही है। एप में जीपीएस लगा होने से मोबाइल फोन की गैलरी में पड़ी पुरानी फोटो शिक्षक नहीं भेज सकेंगे। एप को ओपेन कर जिस समय की फोटो क्लिक करके पोस्ट करेंगे, वही समय एप में शो करेगा। अगर नेटवर्क नहीं है तो भी बहाना नहीं चलेगा। जैसे ही नेट कनेक्टिविटी में आएंगे वह फोटो एप पर शो होगी और वही टाइम दिखाएगी जिस समय आपने खींची होगी।


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