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जियो टेक्सटाइल ट्यूब कटर के माध्यम से गंगा का कटान रोकने की तैयारी

संसू मांडा (प्रयागराज)

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 12:04 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 12:04 AM (IST)
जियो टेक्सटाइल ट्यूब कटर के माध्यम से गंगा का कटान रोकने की तैयारी
जियो टेक्सटाइल ट्यूब कटर के माध्यम से गंगा का कटान रोकने की तैयारी

जियो टेक्सटाइल ट्यूब कटर के माध्यम से गंगा का कटान रोकने की तैयारी

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संसू, मांडा (प्रयागराज) : जियो टेक्सटाइल ट्यूब कटर के माध्यम से गंगा के कटान को रोकने की तैयारी है। इसके लिए निर्माण शुरू करा दिया गया। इस पहल से क्षेत्र में रहने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी।

अछोला, चौकठा नरवर, बभनी हेठार, उमापुर, बेरुका, डेंगुरपुर गांव गंगा की कटान से परेशान हैं। गांव की सैकड़ों बीघे उपजाऊ भूमि और रिहायशी मकान अब तक गंगा की धारा में समाहित हो चुके हैं। बेरुका गांव का तो अस्तित्व ही समाप्त होने के कगार पर पहुंच चुका है। गंगा की प्रत्येक वर्ष हो रही अंधाधुंध कटान से दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं। यह सिलसिला गंगा के किनारे रहने वाले लोगों के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है। इस समस्या को लेकर पिछले वर्ष चौकठा नरवर गांव के रहने वाले अमित सिंह व तपन सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं ने दो माह तक क्रमिक धरना प्रदर्शन किया था। तत्कालीन विधायक नीलम करवरिया ने आश्वासन देकर अनशन समाप्त कराया था। पूर्व विधायक के प्रयास से बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों ने गंगा की कटान रोकने के लिए योजना बनाई। योजना के मुताबिक जियो टेक्सटाइल ट्यूब कटर गंगा की कटान रोकने में सफल साबित होगा। अधिकारियों के मुताबिक तीन परत के ट्यूब के माध्यम से पिचिंग तैयार कर गंगा के तेज प्रवाह को दूसरी ओर मोड़ा जाएगा। इस कार्य के लिए बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों ने 12 करोड रुपए की कार्य योजना बनाकर शासन से प्राक्कलन स्वीकृत करा लिया है। कार्यदायी संस्था बाढ़ प्रखंड ने अछोला और उमापुर कला में निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। उमापुर कला में 300 मीटर लंबा व 10 मीटर चौड़ा ट्यूब कटर तथा पत्थर बिछाया जाना प्रस्तावित है, जबकि अछोला गांव में 400 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा ट्यूब कटर का निर्माण करा कर गंगा के प्रवाह को मोड़े जाने का कार्य प्रगति पर है। बाढ़ प्रखंड के सहायक अभियंता दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना से गंगा के तटवर्ती गांवों को लाभ मिलेगा। 12 करोड़ रुपये की लागत से योजना के तहत कार्य मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।

देर आए दुरुस्त आए, यह कार्य बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। गंगा की कटान रोकने के लिए बाढ़ प्रखंड द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। कार्य पूर्ण हो जाने पर गंगा के किनारे बसे लोगों को अपनी कृषि योग्य भूमि और रिहायशी मकान नहीं गंवाने पड़ेंगे।

गिरिजा शंकर पांडेय, पूर्व प्रधान, उमापुर कला

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40 वर्ष पहले पूर्व मुख्यमंत्री वीपी सिंह के प्रयास से उमापुर कला गांव में निर्माण कार्य करा कर गंगा की कटान रोकने का प्रयास किया गया था, लेकिन वह पूरा नहीं हो सका था। अब पूर्व विधायक नीलम करवरिया के प्रयास से गंगा के किनारे बसे गांव के लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण कार्य कराया जा रहा है। पानी की ठोकर रोकने के लिए जिओ टेक्सटाइल ट्यूब कटर का प्रयोग निर्माण कार्य में हो रहा है। इससे कटान बंद हो जाएगी।

विपिन कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता, बेरुका, डेंगुरपुर


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