यह भी हो रहा खेल, सरकारी एंबुलेंस से गर्भवती महिला को पहुंचा दिया निजी अस्पताल, वीडियो वायरल
सरकारी एंबुलेंस कर्मचारी गरीबों की बजाय नर्सिंग होम की सेवा करने में लगे हैं। मरीज का चाहे जो हाल हो उनको कमीशन से मतलब है। इस तरह का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बुधवार रात वायरल हो गया जिसमें गर्भवती महिला को सरकारी एंबुलेंस में निजी अस्पताल ले जाया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में सरकारी एंबुलेंस कर्मचारी अपने फायदे के लिए गरीबों की बजाय नर्सिंग होम की सेवा करने में लगे हैं। मरीज का चाहे जो हाल हो, उनको अपने कमीशन से मतलब है। इस तरह का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बुधवार रात वायरल हो गया जिसमें गर्भवती महिला को सरकारी एंबुलेंस में निजी अस्पताल ले जाया गया। इससे स्वास्थ्य विभाग की काफी किरकिरी हो रही है।
पहले भी सामने आई गड़बड़ी पर एक्शन नहीं
सरकारी कर्मियों और प्राइवेट अस्पताल संचालकों की साठगांठ से स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है। मरीज सरकारी सुविधा का लाभ ही नहीं पा रहे हैं। ताजा वीडियो ने इस गठजोड़ पर मुहर लगा दी है। इसमें साफ दिख रहा है कि एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए 102 नंबर सेवा की एंबुलेंस से शहर लाया गया। प्रताप बहादुर महिला अस्पताल के सामने कचहरी रोड पर एक प्राइवेट अस्पताल के सामने एंबुलेंस रुकी। इसके बाद महिला को उसमें से उतारकर दो-तीन लोग सहारा देते हुए प्राइवेट अस्पताल की ओर ले गए। सरकारी एंबुलेंस के फेरे में गड़बड़ी की बातें पहले भी सामने आ चुकी हैं। फेरों में फर्जीवाड़ा को लेकर शासन ने जांच भी कराई थी। उस समय विभाग के अधिकारी इससे इन्कार कर रहे थे, लेकिन अब इस वायरल वीडियो के आगे वह जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि अभी वीडियो मिला नहीं
नियम है कि 102 तथा 108 सेवा की एंबुलेंस से मरीज सरकारी अस्पताल ले जाए जाएंगे। प्राइवेट अस्पतालों के लिए यह सेवा नहीं है। इस नियम का जनपद में जमकर माखौल उड़ाया जा रहा है। अब भी विभाग कुछ बताने या मानने को तैयार नहीं है। यह वीडियो कब का है, यह पता नहीं चला है। एंबुलेंस सेवा के जिला कार्यक्रम प्रबंधक रोहित कुमार का कहना है कि इस तरह का कोई वीडियो उनके संज्ञान में नहीं है। अगर मिलता है तो जांच कर संबंधित कर्मी से जवाब तलब किया जाएगा।