Prayagraj Weather Forecast : जनपद में ठंड का आगाज, 17-18 नवंबर को हल्की वर्षा के आसार भी हैं
Prayagraj Weather Forecast नैनी के सैम हिग्गिनबाॅटम कृषि प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय में चल रहे ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अंतर्गत पूर्वानुमान लगाया गया है। इसके अनुसार वैज्ञानिकों ने 17 व 18 नवंबर को हल्की बारिश के आसार जताया हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में ठंड की शुरूआत हो चुकी है। दोपहर में तो नहीं लेकिन सुबह और रात में ठंड का एहसास होता है। बाहर निकलने पर गर्म कपड़ों की जरूरत रहती है। बदल रहे मौसम में कुछ दिनों में हल्की बारिश की भी संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञानियों ने 17 व 18 नवंबर को हल्की बारिश का अनुमान लगाया है।
नैनी के सैम हिग्गिनबाॅटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय में चल रहे ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अंतर्गत पूर्वानुमान लगाया गया है। इसके अनुसार वैज्ञानिकों ने 17 व 18 नवंबर को हल्की बारिश के आसार जताया हैं। वैज्ञानिकों ने कृषकों को सलाह दी है कि लहसुन के लिए यमुना सफेद (जी-282) प्रजाति उपयुक्त है। जौ की बुवाई के समय प्रति हेक्टेयर 30 किग्रा नाइट्रोजन, 30 किग्रा फाश्फेट तथा आवश्यकता होने पर 20 किग्रा पोटाश प्रयोग करें।
कृर्षि वैज्ञानिकों ने कहा है कि जौ की बोवाई के लिए एक हेक्टेयर में 80-100 किग्रा बीज की जरूरत होगी। गेहूं की बोवाई के लिए बीज को थीरम से शोधित करें। प्रति किलोग्राम 25 ग्राम थीरम का प्रयोग करें। मसूर के लिए एक हेक्टेयर खेत में 40 किग्रा. बीज की आवश्यकता होगी। ध्यान रहे कि बीज प्रमाणित अथवा सत्य और शोधित हो। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि शरदकालीन गन्ना की बुवाई्र के 3-4 सप्ताह बाद निराई-गुड़ाई कर लें। नये लगे बागों में पेड़ों की कतारों के बीच में चना/मटर/मसूर की बोवाई करें। प्याज की रबी फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई करें। रजनीगंधा के स्पाइक की कटाई-छँटाई, पैकिंग, विपणन तथा पोशक तत्वों के मिश्रण अन्तिम वर्णीय छिड़काव करें।