Grading of Education Ministry : इलाहाबाद विश्वविद्यालय फिसड्डी, देश भर के 40 में 38वां स्थान मिला
शिक्षा मंत्रालय प्रति वर्ष देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों की ग्रेडिंग साल भर के प्रदर्शन के आधार पर तय किया जाता है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय का देश में काफी नीचे स्थान है।
प्रयागराज, जेएनएन। क्या इलाहाबाद विश्वविद्यालय की साख कम हो गई है। जी हां, कुछ ऐसा ही प्रतीत हो रहा है शिक्षा मंत्रालय की ग्रेडिंग रिपोर्ट से। शिक्षा मंत्रालय ने देश भर के 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों की वार्षिक रिपोर्ट जारी कर दी है। जारी ग्रेडिंग में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) को देश भर में 38वां स्थान प्राप्त हुआ है। वहीं अग उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां के चार केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इसे चौथा स्थान मिला है।
प्रति वर्ष देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों की होती है ग्रेडिंग
दरअसल, शिक्षा मंत्रालय की तरफ से प्रति वर्ष देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों की ग्रेडिंग जारी की जाती है। यह ग्रेडिंग साल भर के प्रदर्शन के आधार पर अलग-अलग मापदंड के आधार पर तय किया जाता है। इसी के आधार पर विश्वविद्यालयों को ग्रांट भी जारी किया जाता है। वार्षिक ग्रेडिंग में इविवि देश भर में 38वें स्थान पर है। हालत यह है कि उत्तर प्रदेश के चार विश्वविद्यालय में भी इविवि सबसे आखिरी पायदान पर है।
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय प्रदेश में पहले पायदान पर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में पहले पायदान पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, दूसरे पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, तीसरे पर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और चौथे पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों के आंकलन के आधार पर इविवि को 283.5 में से 94.5 अंक प्राप्त हुए हैं। विभिन्न मापदंड में इविवि को महज 33 फीसद अंक हासिल हुआ है। जबकि, न्यूनतम 59.975 फीसद अंक हासिल करना अनिवार्य है। प्रदर्शन के आंकलन में एआइआरएफ रैंकिंग और नैक ग्रेड भी समायोजित किया गया है। इविवि को एआइआरएफ रैंकिंग में जगह ही नहीं मिली और नैक ग्रेडिंग बी जोड़ा गया है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय को नैक से बी प्लस ग्रेड प्राप्त है
इविवि के रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल कहते हैं कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय को नैक से बी प्लस ग्रेड प्राप्त है। मूल्यांकन में केवल बी दर्ज होने के चलते काफी कम अंक इविवि को मिले हैं। इसके लिए मंत्रालय को पत्र भेज दिया गया है। वहां से संशोधित रिपोर्ट जारी होने पर इविवि का स्थान बेहतर हो जाएगा। इसके अलावा प्रयास किया जा रहा है कि इविवि का प्रदर्शन और बेहतर हो।